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Kishore kumar: My favourite 15 ever green romantic nostalgic mesmerising songs.Close to my heart

संगीत में हमारे दिलों को छूने और हमारी आत्माओं को स्वस्थ करने की अनोखी क्षमता होती है। गीतों में अक्सर गहरे संदेश होते हैं जो गहराई से गूंजते हैं और मुश्किल समय में दिलासा देते हैं। खुशी, दुख, प्रेम और दर्द की भावनाओं को दर्शाने वाले गीत श्रोताओं को अपनी भावनाओं को समझने में मदद कर सकते हैं।

हमने किशोर कुमार जो 15 गीत चुने हैं वे रोमांटिक ,दुःख भरे और नोस्टालजिक हैं जो हमारे मस्तिष्क में प्रवेश कर के कुछ पुरानी यादें जगाता है, तो यह अक्सर बचपन, खुशी, दोस्ती, किशोरावस्था, आत्म-खोज, प्रेम, कॉलेज, घर की याद, पछतावा और क्षमा आदि की यादें हमारे मन में जगा देता है।

 जिस क्षण हम किशोर कुमार के बारे में सोचते हैं, हम उस अद्भुत पार्श्व गायक के बारे में सोचते हैं, जिन्होंने संगीत में कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लेने के बावजूद हमें भारतीय सिनेमा के कुछ सबसे यादगार और गुनगुनाने कई लोकप्रिय गीत दिए हैं।

 किशोर कुमार ना तो सिगरेट पीते थे और ना ही शराब। उनका मानना था कि एक सिंगर के लिए शराब और स्मोकिंग जहर है। उन्हें पार्टियों से सख्त नफरत थी…लेकिन विडंबना देखिए हेल्दी लाइफस्टाइल जीने वाले किशोर कुमार हार्ट अटैक का शिकार हो गए थे।

 किशोर कुमार (Kishore Kumar), एक ऐसा नाम जो आज भी लोगों के दिलों में बसता हैं. एक ऐसी आवाज जिसे लोग आज भी उतनी ही खुशी से सुनते हैं जितना पहले सुनते थे. हर मामले में किशोर कुमार परफेक्ट थे फिर वो चाहे सिंगिंग से लेकर एक्टिंग,  निर्माता, फिल्म डायरेक्शन कुछ भी क्यों न हो.

 उनकी मृत्यु के 34 साल बाद भी उनके गीत उतने ही समकालीन और प्रासंगिक हैं जितने वे अपने चरम पर थे। टीवी चैनलों पर होने वाली प्रत्येक गायन प्रतियोगिता में, अक्सर ऐसा होता है कि प्रतिभागियों द्वारा उनके गाने चुने जाते हैं। अपने करियर में किशोर कुमार को बड़े और छोटे लगभग सभी अभिनेताओं के लिए गाने का सौभाग्य मिला, चाहे वह देव आनंद,  से लेकर राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन धर्मेंद्र , शत्रु गहन सिन्हा , विनोद खन्ना, ऋषि कपूर हों।

किशोर कुमार आज होते तो 96 साल के होते. अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना जैसे कई सितारों की आवाज़ बने किशोर कुमार खास तौर पर योडेलिंग के लिए हिन्दी सिनेमा में जाने गए।
उनके लंबे और शानदार करियर से कुछ चुनिंदा गाने चुनना बहुत मुश्किल है, खासकर तब जब मेरे पसंदीदा किशोर कुमार के गाने सैकड़ों में हैं।
लेकिन, आइए कुछ ऐसे गानों पर नजर डालें जो आज भी हमारे रोंगटे खड़े कर देते हैं।

1-ठण्डी हवा ये चाँदनी सुहानी- Film: Jhumroo-1960

ठण्डी हवा ये चाँदनी सुहानी
ऐ मेरे दिल सुना कोई कहानी
लम्बी सी एक डगर है ज़िंदगानी
ऐ मेरे दिल सुना कोई कहानी

सारे हसीं नज़ारे, सपनों में खो गये
सर रख के आसमाँ पे, पर्वत भी सो गये
मेरे दिल, तू सुना, कोई ऐसी दास्तां
जिसको, सुनकर, मिले चैन मुझे मेरी जाँ
मंज़िल है अन्जानी …

ऐसे मैं चल रहा हूँ पेड़ों की छाँव में
जैसे कोई सितारा बादल के गाँव में
मेरे दिल, तू सुना, कोई ऐसी दास्तां
जिसको सुनकर, मिले चैन मुझे मेरी जाँ
मंज़िल है अन्जानी …

थोड़ी सी रात बीती, थोड़ी सी राह गई
खामोश रुत ना जाने, क्या बात कह गई
मेरे दिल, तू सुना, कोई ऐसी दास्तां
जिसको सुनकर, मिले चैन मुझे मेरी जाँ
मंज़िल है अन्जानी

ठण्डी हवा ये चाँदनी सुहानी
ऐ मेरे दिल सुना कोई कहानी
लम्बी सी एक डगर है ज़िंदगानी
ऐ मेरे दिल सुना कोई कहानी

2-पल पल दिल के पास… Film -Black Mail- 1973

पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल…

हर शाम आँखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बारात ले आए
मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल कि धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल…

तुम सोचोगी क्यूँ इतना, मैं तुमसे प्यार करूं
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूं
दीवानों की ये बातें, दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है, परवाने जानते हैं
तुम यूँ ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल…

कल तुझको देखा था, मैंने अपने आंगन में
जैसे कह रही थी तुम, मुझे बाँध लो बन्धन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी, क्यूँ लगते अपने हैं
मैं सोच मैं रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ
पल पल…

3-कोई हमदम न रहा, कोई हमारा ना रहा…Film -Jhumroo 1960

कोई हमदम ना रहा कोई सहारा न रहा
हम किसी के न रहे कोई हमारा न रहा
कोई हमदम ना रहा …

शाम तन्हाई की है आएगी मंज़िल कैसे
जो मुझे राह दिखाए वही तारा न रहा
कोई हमदम ना रहा …

ऐ नज़ारों ना हँसो मिल ना सकूँगा तुमसे
तुम मेरे हो ना सके मैं तुम्हारा ना रहा
कोई हमदम ना रहा …

क्या बताऊँ मैं कहाँ यूँ ही चला जाता हूँ
जो मुझे फिर से बुलाए वो इशारा ना रहा
कोई हमदम ना रहा …

4-ज़िंदगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मकाम-Film –Aapki Qasam 1974

ज़िंदगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मकाम
वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते

फूल खिलते हैं, लोग मिलते हैं
फूल खिलते हैं, लोग मिलते हैं मगर
पतझड़ में जो फूल मुरझा जाते हैं
वो बहारों के आने से खिलते नहीं
कुछ लोग जो सफ़र में बिछड़ जाते हैं
वो हज़ारों के आने से मिलते नहीं
उम्र भर चाहे कोई पुकारा करे उनका नाम
वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते
ज़िन्दगी के सफ़र में …

आँख धोखा है, क्या भरोसा है
आँख धोख है, क्या भरोसा है सुनो
दोस्तों शक़ दोस्ती का दुश्मन है
अपने दिल में इसे घर बनाने न दो
कल तड़पना पड़े याद में जिनकी
रोक लो रूठ कर उनको जाने न दो
बाद में प्यार के चाहे भेजो हज़ारों सलाम
वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते
ज़िन्दगी के सफ़र में …

सुबह आती है, शाम जाती है
सुबह आती है, शाम जाती है यूँही
वक़्त चलता ही रहता है रुकता नहीं
एक पल में ये आगे निकल जाता है
आदमी ठीक से देख पाता नहीं
और परदे पे मंज़र बदल जाता है
एक बार चले जाते हैं जो दिन-रात सुबह-ओ-शाम
वो फिर नहीं आते, वो फिर नहीं आते

5-चिंगारी कोई भड़के… Film –Amar Prem 1972

चिंगारी कोई भड़के, तो सावन उसे बुझाये
सावन जो अगन लगाये, उसे कौन बुझाये
पतझड़ जो बाग़ उजाड़े, वो बाग़ बहार खिलाये
जो बाग़ बहार में उजड़े, उसे कौन खिलाये
चिंगारी कोई भड़के…

हमसे मत पूछो कैसे, मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है, ये क़िस्सा है अपनों का
कोई दुश्मन ठेस लगाये, तो मीत जिया बहलाये
मन मीत जो घाव लगाये
उसे कौन मिटाये…

ना जाने क्या हो जाता, जाने हम क्या कर जाते
पीते हैं तो ज़िन्दा हैं, न पीते तो मर जाते
दुनिया जो प्यासा रखे, तो मदिरा प्यास बुझाये
मदिरा जो प्यास लगाये
उसे कौन बुझाये…

माना तूफाँ के आगे, नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
मझधार में नैय्या डोले, तो माझी पार लगाये
माझी जो नाव डुबोए
उसे कौन बचाये…

6- कश्ती का खामोश सफ़र है, शाम भी है तनहाई भी- Film Girl Friend 1960

कश्ती का खामोश सफ़र है, शाम भी है तनहाई भी
दूर किनारे पर बजती है लहरों की शहनाई भी

लेकिन ये शर्मीली निगाहें मुझको इजाज़त दें तो कहूँ
खुद मेरी बेताब उमंगें थोड़ी फ़ुर्सत दें तो कहूँ

जो कुछ तुमको कहना है, वो मेरे ही दिल की बात न हो
जो है मेरे ख़्वाबों की मंज़िल, उस मंज़िल की बात न हो

कहते हुए डर सा लगता है, कह कर बात न खो बैठूँ
ये जो ज़रा सा साथ मिला है, ये भी साथ न खो बैठूँ

कब से तुम्हारे रस्ते में मैं फूल बिछाये बैठी हूँ
कह भी चुको जो कहना है मैं आस लगाये बैठी हूँ

दिल ने दिल की बात समझ ली, अब मुँह से क्या कहना है
आज नहीं तो कल कह लेंगे, अब तो साथ ही रहना है

कह भी चुको जो कहना है
छोड़ो अब क्या कहना है

7- आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं-Film –Ghar -1978

आप की आँखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आपसे भी खूबसूरत आपके अंदाज़ हैं

लब हिले तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
आप की आँखों में क्या साहिल भी मिलते हैं कहीं


आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ हैं
आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं


बेवजाह तारीफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों पे ये नए अंदाज़ हैं

8- इक लड़की भीगी-भागी सी- Film Chalti Ka Naam Gadi 1958


इक लड़की भीगी-भागी सी
सोती रातों को जागी सी
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है

दिल ही दिल में जली जाती है
बिगड़ी बिगड़ी चली आती है
मचली मचली घर से निकली
पगली सी काली रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
इक लड़की …

डगमग डगमग लहकी लहकी
भूली भटकी बहकी बहकी
बलखाती हुई, इठलाती हुई
सावन की सूनी रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
इक लड़की …

तन भीगा है सर गीला है
उस का कोई पेच भी ढीला है
तनती झुकती
चलती रुकती
निकली अंधेरी रात में
मिली इक अजनबी से
कोई आगे न पीछे
तुम ही कहो ये कोई बात है
इक लड़की …

9-छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा– Film: Yaarana-1981

छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा
बदला ये मौसम लगे प्यारा जग सारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा
बदला ये मौसम लगे प्यारा जग सारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा

तू जो कहे जीवन भर तेरे लिये मैं गाऊँ
तेरे लिये मैँ गाऊँ
गीत तेरे बोलों पे लिखता चला जाऊँ
लिखता चला जाऊँ


मेरे गीतों में तुझे ढूँढे जग सारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा
बदला ये मौसम लगे प्यारा जग सारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा

आजा तेरा आँचल ये प्यार से मैं भर दूँ
प्यार से मैं भर दूँ
खुशियाँ जहाँ भर की तुझको नज़र कर दूँ


तुझको नज़र कर दूँ
तू ही मेरा जीवन तू ही जीने का सहारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा
बदला ये मौसम लगे प्यारा जग सारा
छू कर मेरे मन को किया तूने क्या इशारा

10- मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू Film-Araadhna 1969

मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू
आई रुत मस्तानी कब आयेगी तू
बीती जाये ज़िंदगनी कब आयेगी तू
चली आ, आ तू चली आ …

फूल सी खिल के, पास आ दिल के
दूर से मिल के, चैन ना आये
और कब तक मुझे तड़पायेगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू …

प्यार की कलियाँ, बागों की गलियाँ
सब रंगरलियाँ, पूछ रहीं हैं
गीत पनघट पे किस दिन गायेगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू …

क्या है भरोसा, आशिक़ दिल का
और किसी पे, ये आ जाये
आ गया तो बहुत पछतायेगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू
आई रुत मस्तानी कब आयेगी तू
बीती जाये ज़िंदगानी कब आयेगी तू
चली आ, आ तू चली आ …

11- रात कली एक ख्वाब में आई, और गले का हार हुई- Film Buddha Mil Gaya-1971

सुबह को जब हम नींद से जागे, आँख तुम्ही से चार हुई
रात कली एक ख्वाब में आई, और गले का हार हुई

चाहे कहो इसे, मेरी मोहब्बत, चाहे हँसीं में उड़ा दो
ये क्या हुआ मुझे, मुझको खबर नहीं, हो सके, तुम ही बता दो
तुमने कदम जो, रखा ज़मीं पर, सीने में क्यों झंकार हुई
रात कली …

आँखोंमें काजल, और लटोंमें, काली घटा का बसेरा
साँवली सूरत, मोहनी मूरत, सावन रुत का सवेरा
जबसे ये मुखड़ा, दिल मे खिला है, दुनिया मेरी गुलज़ार हुई
रात कली …

यूँ तो हसीनों के, महजबीनों के, होते हैं रोज़ नज़ारे
पर उन्हें देख के, देखा है जब तुम्हें, तुम लगे और भी प्यारे
बाहों में ले लूँ, ऐसी तमन्ना, एक नहीं, कई बार हुई
रात कली …

12-मेरे मेहबूब कयामत होगी-Film- Mr.X in Bombay-1964

आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
नाम निकलेगा तेरा ही लब से,
जान जब इस दिल-ए-नक़ाम से रुकसत होगी

मेरी नज़रें तो गिला करती हैं
तेरे दिल को
भी सनम तुझसे शिकायत होगी
मेरे मेहबूब…

मेरे सनम के डर से अगर
बाद ए सबा हो तेरा गुजर
कहना सितमगर कुछ है खबर
तेरा नाम लिया
जब तक भी जिया ऐ
शमा तेरा परवाना
जिसे अब तक तुझे नफ़रत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे मेहबूब कयामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे मेहबूब…

तेरी गली मैं आता सनम
नगमा वफ़ा का गाता सनम
तुझसे सुना न जाता सनम
फिर आज इधर
आया हूँ मगर
ये कहने में मैं दीवाना
ख़त्म बस आज ये नफरत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे मेहबूब कयामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे मेहबूब

मेरी तरह तू आहें भरे
तू भी किसी से प्यार करे
और रहे वो तुझसे परे
तूने ओ सनम ढाए हैं सितम तो ये तू भूल ना जाना
की ना तुझसे भी इनायत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरी नजरें तो गिला करती हैं
तेरे दिल को भी सनम तुझसे शिकायत होगी
मेरे मेहबूब..

 

13- देखा एक ख्वाब तो- Film Silsaila- 1981

देखा एक ख़्वाब तो ये सिलसिले हुए
दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुए
ये ग़िला है आप की निगाहों में
फूल भी हों दर्मियां तो फ़ासले हुए
देखा एक …

मेरी साँसों में बसी ख़ुशबू तेरी
ये तेरे प्यार की है जादुगरी
तेरी आवाज़ है हवाओं में
प्यार का रँग है फ़िज़ाओं में
धड़कनों में तेरे गीत हैं खिले हुए
क्या कहूँ के शर्म से हैं लब सिले हुए
देखा एक ख़्वाब …

मेरा दिल है तेरी पनाहों में
अब छुपा लूँ मैं तुझे बाहों में
तेरी तस्वीर है निगाहों में
दूर तक रोशनी है राहों में
कल अगर न रोशनी के काफ़िले हुए
प्यार के हज़ार दीप हैं जले हुए
देखा एक ख़्वाब …

14-इन्तहा हो गई इंतज़ार की – Film Sharabi-1984

इन्तहा हो गई, इंतज़ार की
आई न कुछ खबर, मेरे यार की
ये हमें है यक़ीं, बेवफ़ा वो नहीं
फिर वजह क्या हुई, इंतज़ार की, इन्तहा हो…

बात जो है उसमें बात वो यहाँ कहीं नहीं किसी में
वो है मेरी, बस है मेरी, शोर है यही गली गली में
साथ साथ वो है मेरे ग़म में मेरे दिल की हर खुशी में
ज़िंदगी में वो नहीं तो कुछ नहीं है मेरी ज़िंदगी में
बुझ न जाये ये शमा, ऐतबार की

इन्तहा हो…

ओ, मेरे सजना, लो मैं आ गई
अरे, लोगों ने दिये होंगे बड़े बड़े नज़राने
लाई हूँ मैं तेरे लिये दिल मेरा
दिल यही माँगे दुआ हम कभी हों न जुदा

दिल मेरा तेरा है ये दिल मेरा
ये मेरी ज़िंदगी है तेरी

तू मेरा सपन, मैं तुझे पा गई
ओ, मेरे सजना, लो मैं आ गई

ग़मों के अंधेरे ढले, बुझते सितारे जले
देखा तुझे तो दिलों में जान आई
होठों पे तराने जगे, अरमान दीवाने जगे
बाहों में आके तू ऐसे शरमाई
छा गई फिर वोही बेखूदी

वो घड़ी खो गई इंतज़ार की
आ गई रुत हसीं, रस्म-ए-यार की
ये नशा ये खुशी, अब न कम हों कभी

15- ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा-Film: Dilli Ka Thug- 1957

ये रातें, ये मौसम, नदी का किनारा, ये चंचल हवा
कहा दो दिलों ने, के मिलकर कभी हम ना होंगे जुदा

ये क्या बात है, आज की चाँदनी में
के हम खो गये, प्यार की रागनी में
ये बाहों में बाहें, ये बहकी निगाहें
लो आने लगा जिंदगी का मज़ा

सितारों की महफ़िल नें कर के इशारा
कहा अब तो सारा, जहां है तुम्हारा
मोहब्बत जवां हो, खुला आसमां हो
करे कोई दिल आरजू और क्या

कसम है तुम्हे, तुम अगर मुझ से रूठे
रहे सांस जब तक ये बंधन ना टूटे
तुम्हे दिल दिया है, ये वादा किया है
सनम मैं तुम्हारी रहूंगी सदा

The End

Disclaimer–Blogger has prepared this short story with help of materials and images available on net. Images on this blog are posted to make the text interesting.The materials and images and videos are the copy right of original writers. The copyright of these materials are with the respective owners.Blogger is thankful to original writers.

 

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