तुमने क्यों कहा था मैं सुंदर हूं: फ़ोटो में माया की तरह छरहरे शरीर, परंतु बहुत सुंदर अनुपात के अवयव की निरावरण युवती, दाईं बांह का सहारा लिये एक चट्टान पर बैठी, कहीं दूर देख रही थी (यशपाल की कहानी )
लौटते समय डॉक्टर साहब माया के जेठ, उनके पड़ोसी निगम और निगम की मां ‘चाची’ सबसे अपील कर जाते,“आप लोग...
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