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Hindi Filmon ke 10 ever green songs jinki music tune mein Mouth organ bhi hai

माउथ ऑर्गन (माउथ ऑर्गन या हारमोनिका) का हिंदी फिल्मों के गानों में एक खास स्थान रहा है। 1970 के दशक में, विशेष रूप से, अमिताभ बच्चन को माउथ ऑर्गन बजाते हुए देखना आम था, जिससे यह वाद्य यंत्र हिंदी सिनेमा में लोकप्रिय हुआ. शोले जैसी फिल्मों में माउथ ऑर्गन के इस्तेमाल ने इसे और भी लोकप्रिय बना दिया।

शोले:फिल्म शोले में, माउथ ऑर्गन का इस्तेमाल जय (अमिताभ बच्चन) और राधा (जया भादुरी) के बीच प्रेम और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए किया गया था.अमिताभ बच्चन को माउथ ऑर्गन बजाते हुए देखना आम था, खासकर 1970 के दशक की फिल्मों में, जिसने इस वाद्य यंत्र को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

माउथ ऑर्गन पर हिंदी गाने बहुत प्यारे लगते हैं क्योंकि इसकी धुनें दिल को छू जाती हैं और यह एक मधुर और शांत संगीत वाद्ययंत्र है। इसका उपयोग अक्सर रोमांटिक और भावुक गीतों में किया जाता है, जो इसे सुनने में और भी सुखद बनाता है।

माउथ ऑर्गन का उपयोग अक्सर भावनाओं, प्रेम, और उदासी को व्यक्त करने के लिए किया जाता था. माउथ ऑर्गन का उपयोग पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव को दर्शाता है, जो भारतीय सिनेमा में 1960 और 70 के दशक में आया था।

माउथ ऑर्गन की धुनें आमतौर पर बहुत मधुर और शांत होती हैं, जो सुनने में बहुत सुकून देती हैं।इसका उपयोग अक्सर रोमांटिक और भावुक गीतों में किया जाता है, जो सुनने वालों के दिलों को छू जाता है।


माउथ ऑर्गन एक सरल वाद्ययंत्र है, जिसे सीखना और बजाना आसान है, इसलिए इसे कई लोग पसंद करते हैं।विभिन्न शैलियों के लिए उपयुक्त:माउथ ऑर्गन का उपयोग विभिन्न शैलियों के गीतों में किया जा सकता है, जैसे कि क्लासिक, लोक, और बॉलीवुड।

कई लोगों के लिए, माउथ ऑर्गन की धुनें उनके बचपन की यादें या किसी विशेष व्यक्ति की यादें ताजा कर देती हैं, जो इसे और भी खास बनाती हैं।

इसके छोटे आकार के कारण आप इसे अपनी जेब में रख सकते हैं। किसी भी समारोह या पिकनिक के लिए, जो व्यक्ति हारमोनिका बजाना जानता है, वह सबसे लोकप्रिय होता है, क्योंकि थोड़ी-बहुत आनाकानी के बाद वह आपकी बात मान लेता है।

और अपनी जेब से हारमोनिका निकालकर शाम को खुशनुमा बना देता है। यह पिकनिक, एनसीसी कैंप आदि के लिए भी एक उपयोगी वाद्य यंत्र है।

आज हम आपके लिए लाए हैं हिंदी फिल्मों की वो खुबसूरत और सदाबहार गाने जिनके म्यूजिक के ऑर्केस्ट्रा में Mouth orgon bhi शामिल है।

1. Hai apna dil to awara na jaane kis pe ayega by Hemant Kumar from Solwan Saal (1958), lyrics Majrooh Sultanpuri, music SD Burman.

है अपना दिल तो आवारा, न जाने किस पे आयेगा

हसीनों ने बुलाया, गले से भी लगाया

बहुत समझाया, यही न समझा

बहुत भोला है बेचारा, न जाने किस पे आयेगा

है अपना दिल तो आवारा …

 

अजब है दीवाना, न घर ना ठिकाना

ज़मीं से बेगाना, फलक से जुदा

ये एक टूटा हुआ तारा,  न जाने किस पे आयेगा

है अपना दिल तो आवारा …

 

ज़माना देखा सारा, है सब का सहारा

ये दिल ही हमारा, हुआ न किसी का

सफ़र में है ये बंजारा,  न जाने किस पे आयेगा

है अपना दिल तो आवारा …

 

हुआ जो कभी राज़ी, तो मिला नहीं काज़ी

जहाँ पे लगी बाज़ी, वहीं पे हारा

ज़माने भर का नाकारा,  न जाने किस पे आयेगा

है अपना दिल तो आवारा …

 

है अपना दिल तो आवारा

न जाने किस पे आएगा …

 

(रुकेगा न रुका है न जाने धुन ही क्या है

कभी ये रस्ता है कभी वो रस्ता) – २

फिरे है दर बदर मारा

न जाने किस पे आएगा …

 

(किसीसे ये मिला था बताए कोई क्या था

बेदारी का समा था के था वो सपना) – २

ख़ुद अपने दर्द से हारा

न जाने किस पे आएगा …

 

2-Mere sapnon ki rani kab ayegi tu by Kishore Kumar from Aaradhana (1969), lyrics Anand Bakshi, music SD Burman


प्यार की कलियाँ, बागों की गलियाँ
सब रंगरलियाँ, पूछ रहीं हैं
गीत पनघट पे किस दिन गायेगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू …

क्या है भरोसा, आशिक़ दिल का
और किसी पे, ये आ जाये
आ गया तो बहुत पछतायेगी तू
मेरे सपनों की रानी कब आयेगी तू
आई रुत मस्तानी कब आयेगी तू
बीती जाये ज़िंदगानी कब आयेगी तू
चली आ, आ तू चली आ …


3-10. Kisi na kisi se kabhi na kabhi kahin na kahin dil lagana padega by Rafi from Kashmir Ki Kali (1964), lyrics SH Bihari, music OP Nayyar

किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा
किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा

एक से एक हसीं चेरे हैं
किस किस को में देखूं
किसको इनमें अपना समझूँ
समझूँ में अपने लेलु

कोई रंगीली छैल छबीली
कोई रँगीली रसीली छैल छबीली
आज मेरी ज़िन्दगी में आके रहेगी

किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा
ो किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा

ढूंढ रहा हूँ में वह
दुनिया प्यार जिसे कहते हैं
ढूंढ रहा हूँ में वह
दुनिया प्यार जिसे कहते हैं

कौन वह किस्मत वाले हैं
जो लोग वह रहते हैं

खुद को मेरे दिल
लेके वहीँ चल
खुद को मेरे दिल मेरी
दिल लेके वहीँ चल
आये जहाँ हाथ
कोई रेशमी आँचल

किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा
किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा

ऐसे नाज़ुक वह होण जिसका
शबना मु धोती होण
चाँद भी सड़के होता हो
जब रात को वह सोती हो

आँख शराबी गाल गुलाबी
आँख शराबी शराबी गाल गुलाबी
प्यार से सवार दे जो ज़िन्दगी मेरी

किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा
ो किसी न किसी से कभी न कभी
कहीं न कहीं दिल लगाना पड़ेगा.

4-13. Bachpan ke din bhula na dena by Lata Mangeshkar and Shamshad Begum, from Deedar (1951), lyrics Shakeel Badayuni, music Naushad

बचपन के दिन भुला न देना

बचपन के दिन भुला न देना

 

आज हँसे कल रुला न देना

ओ~ बचपन के दिन भुला न देना

 

लम्बे हैं जीवन के रस्ते

आओ चले हम गाते हँसते

गाते, हँसते

आअ…. आआअ….

 

दूर देस एक महल बनायें

प्यार का जिस में दीप जलायेँ

दीप जलायें

 

दीप जलाकर बुझा न देना

आज हँसे कल रुला न देना

ओ~ बचपन के दिन भुला न देना

 

रुत बदले या जीवन बीते

दिल के तराने हों न पुराने

 

नैंओन में बन कर सपन सुहाने

आयेंगे एक दिन यही ज़माने

यही ज़माने

 

याद हमारी मिटा न देना

आज हँसे कल रुला न देना

ओ~ बचपन के दिन भुला न देना

5. Saanwle salone aye din bahaar ke by Hemant Kumar and Lata Mangeshkar from Ek Hi Rasta (1956), lyrics Majrooh Sultanpuri, music Hemant Kumar

सांवले सलोने
आये दिन बहार के
झूमते नज़ारे
झूमे रंग ुगार के
नदी किनारे कोई पुकारे
आया ज़माना
गाओ गीत प्यार के
सांवले सलोने
आये दिन बहार के
झूमते नज़ारे
झूमे रंग ुगार के
नदी किनारे कोई पुकारे


आया ज़माना
गाओ गीत प्यार के
झूम के पावैं देखो चली चली
प्यार के नशे में खिली काली काली
झूम के पावैं देखो चली चली
प्यार के नशे में खिली काली काली
फूलो के डर से ये
भँवरा पुकारे
फूलो के डर से ये
भँवरा पुकारे
आये दीवाने तेरे इंतज़ार के
सांवले सलोने


आये दिन बहार के
झूमते नज़ारे
झूमे रंग ुगार के
नदी किनारे कोई पुकारे
आया ज़माना गाओ गीत प्यार के

डोलती घटा के सैग डोले जिया
बाग़ में पपीहा बोले पिया पिया
डोलती घटा के सैग डोले जिया
बाग़ में पपीहा बोले पिया पिया
रुत रगिलि काहे कर के इशारे
रुत रगिलि काहे कर के इशारे


छेड़ो फ़साने
दिल ए बेक़रार के
सांवले सलोने
आये दिन बहार के
झूमते नज़ारे
झूमे रंग ुगार के
नदी किनारे कोई पुकारे
आया ज़माना


गाओ गीत प्यार के
सांवले सलोने
आये दिन बहार के
झूमते नज़ारे
झूमे रंग ुगार के
नदी किनारे कोई पुकारे
आया ज़माना
गाओ गीत प्यार के.

6 Pal Pal Dil Ke Paas Tum Rehti Ho – Kishore Kumar- Blackmail (1973) Singer: Kishore Kumar, Lyrics: Rajendra Krishna Music: Kalayanji Anandji

पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल …

हर शाम आँखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बारात ले आए
मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल कि धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल …

कल तुझको देखा था, मैने अपने आंगन में
जैसे कह रही थी तुम, मुझे बाँध लो बन्धन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी, क्यूँ लगते अपने हैं
मैं सोच मैं रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ
पल पल …

तुम सोचोगी क्यूँ इतना, मैं तुमसे प्यार करूं
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूं
दीवानों की ये बातें, दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है, परवाने जानते हैं
तुम यूँ ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल …

7-12. Aankhon pe bharosa mat kar duniya jaadu khel hai by Rafi and Sudha Malhotra from Detective (1958), lyrics Shailendra, music Mukul Roy

आँखों पे भरोसा मत कर, दुनिया जादू का खेल है
हर चीज़ यहाँ एक धोखा, हर बात यहाँ बेमेल है

ओ मतवाले, हँस ले गा ले, ले जीने का मज़ा
इस दुनिया की भीड़ में तू, मेरी तरह नन्हा बन जा

आँखों पे भरोसा मत कर, दुनिया जादू का खेल है
हर चीज़ यहाँ एक धोखा, हर बात यहाँ बेमेल है

कहने को तो सब कहते हैं, इस बात में क्या रखा है
पर ये तो कोई बतलाए, क्या झूठा है क्या सच्चा है
हम दीवाने बस ये जाने, जो कुछ है सो अच्छा है
आँखों पे भरोसा मत कर …

इस राह के हम सब राही, पहचान है ये पलभर की
कल तो जुदा कर देगी हमको, लहर इस जीवन की

जीनेवाले जी बहला ले, कल सोचेंगे हम कल की
आँखों पे भरोसा मत कर …

8-Here’s Shammi Kapoor playing the mouth organ at the end of the Tumsa Nahin Dekha title song

यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं
तुमसा नहीं देखा
हो, तुमसा नहीं देखा

उफ़ ये नज़र उफ़ ये अदा
कौन न अब होगा फ़िदा
ज़ुल्फ़ें हैं या बदलियां
आँखें हैं या बिजलियां
जाने किस किसकी आएगी सज़ा
यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं …

तुम भी हंसीं रुत भी हंसीं
आज ये दिल बस में नहीं
रास्ते ख़ामोश हैं
धड़कने मदहोश हैं
पिये बिन आज हमे चढ़ा हैं नशा
यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं …

तुम न अगर बोलोगे सनम
मर तो नहीं जाएंगे हम
क्या परी या हूर हो
इतनी क्यूँ मग़रूर हो
मान के तो देखो कभी किसीका कहा
यूँ तो हमने लाख हंसीं देखे हैं ..

 

9-Johnny Walker playing the harmonica in Aye dil hai mushkil jeena yahan – CID (1956)

ऐ दिल है मुशकिल जीन यहाँ
ज़रा हट के ज़रा बच के
ये है बम्बई मेरी जाँ

कहीं बुइळिन्ग कहीं ट्रामे, कहीं मोतोर कहीं मिल्ल
मिलता है यहाँ सब कुछ इक मिलता नहीं दिल
इन्साँ का नहीं कहीं नाम-ओ-निशाँ

कहीं सत्त, कहीं पत्त कहीं चोरी कहीं रेस
कहीं डाक, कहीं फाँक कहीं ठोकर कहीं ठेस
बेकारो के हैं कई काम यहाँ

बेघर को आवारा यहाँ कहते हँस हँस
खुद काटे गले सबके कहे इसको #बुसिनेस्स#
इक चीज़ के हैं कई नाम यहाँ

बुरा दुनिया जो है कहता ऐसा भोला तू न बन
जो है करता वो है भरता ये जहाँ का है चलन
तदबीर नहीं मिलने की यहाँ
सुनो मिस्तेर, सुनो बन्धु
ये है बम्बई मेरी जाँ

ऐ दिल है आसाँ जीना यहाँ
सुनो मिस्तेर, सुनो बन्धु
येह है बम्बई मेरी जाँ

ऐ दिल है मुशकिल जीना यहाँ
ज़रा हट के ज़रा बच के
ये है बम्बई मेरी जाँ

 

10- I remember a very nice song from Manzil (1960) in which Dev Anand plays the harmonica at the end of a romantic duet, Chpke se mile pyase pyase.

 चुपके से मिले, प्यासे प्यासे कुछ हम कुछ तुम

क्या हो जो घटा बरसे खुल के रुमझुम रुमझुम

 

झुकती हुई आँखों में हैं बेचैन से अरमाँ कई

रुकती हुई साँसों में हैं खामोश से तूफ़ाँ कई

मध्यम, मध्यम

 

ठण्डी हवा का शोर है या प्यार का संगीत है

चितवन तेरी इक साज़ है, धड़कन मेरी इक गीत है

मध्यम, मध्यम

 

चुपके से मिले, प्यासे प्यासे कुछ हम कुछ तुम

क्या हो जो घटा बरसे खुल के रुमझुम रुमझुम

The End

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