Blogs of Engr. Maqbool Akram

Blogs of Engr. Maqbool Akram

Menu
  • Home
  • Stories
  • Poems & Poets
  • History
  • Traveloge
  • Others
  • About us
Home Uncategorized

O Lala Liril Girl: झरने में नहाती लिरिल गर्ल याद है? 1970 के दशक में साबुन का विज्ञापन , जिसे देखने के लिए सिनेमाहॉल में दर्शक इंटरवल के वक़्त भी अपनी कुर्सियों से चिपके रहते

by Engr. Maqbool Akram
December 1, 2022
in Uncategorized
0
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Liril Girl: क्या आपको आज भी याद है, 90’s के सुपर हिट ऐड के झरने में नहाती उस लिरिल गर्ल की अदाएं,

 

आज हम टीवी पर कोई शो देखते रहते हैं और जैसे ही विज्ञापन आता है, हम फट से रिमोट उठाकर चैनल बदल डालते हैं। लेकिन एक दौर ऐसा था जब लोग टीवी विज्ञापन बेहद रुचि के साथ देखते थे।

 

उस समय के विज्ञापन बेहद क्रिएटिव हुआ करते थे। और टीवी चैनल्स भी बेहद कम हुआ करते थे तो लोगों के पास चैनल बदलने के ऑप्शन नही होते थे।

 

90’s Liril ads: 1970 के दशक में साबुन का विज्ञापन आया, जिसे देखने के लिए सिनेमाहॉल में दर्शक इंटरवल के वक़्त भी अपनी कुर्सियों से चिपके रहते।

 

उस दशक में हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी अपना नया साबुन लांच करने जा रही थी। वे भारत में पहली दफा फ्रेशनेस वाला लाइम सोप प्रस्तुत करने जा रहे थे। ऐसे में वे इस मौके को अच्छे से भुनाना चाहते थे। उन्होंने विज्ञापन बनाने के लिए नामी कंपनी लिंटास से संपर्क किया।

 

उस वक़्त लिंटास की फ़िल्म चीफ मुबी इस्माइल थी जिन्होंने शूटिंग का सारा जिम्मा एक टीम को सौंपा जिसके अगुवाई थे कैलाश सुरेंद्रनाथ।

बात 70 के दशक की है. सपनों की नगरी मुंबई में रिमझिम बारिश हो रही थी. मशहूर विज्ञापन निर्माता कैलाश सुरेंद्रनाथ मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज जा रहे थे। इस दौरान उन्हें रास्ते में एक महिला मिलीं, जो टैक्सी का इंतज़ार कर रही थीं. दरअसल, इस महिला को मशहूर एडवरटाइजिंग एजेंसी ‘लिंटास‘ में जाना था, जो नरीमन पॉइंट के एक्सप्रेस टावर्स में थी।

Kailash Surendra Nath

 इतने में कैलाश ने महिला को लिफ्ट ऑफर की और वो कार में बैठ गईं। इस दौरान दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ और महिला ने कैलाश से उनका पेशा तो बताया बताया कि वो विज्ञापन बनाते हैं, लेकिन उनका करियर बस शुरू ही हुआ है। महिला के कहने पर कैलाश ने उन्हें अपना पोर्टफ़ोलियो दिखाया जो महिला को काफ़ी पसंद आया.

Karen Lunel–Ad of Liril Soap

वह महिला थीं लिंटास की फिल्म चीफ मुबी इस्माइल। इस इत्तफाकन मुलाकात ने दुनिया को ऐसा ऐड दिया, जिसे आज भी विज्ञापन जगत में शाहकार माना जाता है। दरअसल, उन दिनों HUL यानी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड अपना फ्रेशनेस सोप लॉन्च कर रहा था, लिरिल।

 

अपनी शुरुआती चर्चा में सुरेंद्रनाथ की टीम ने तय किया कि लड़कियों के एक ग्रुप के साथ ऐड शूट करेंगे, किसी समुद्र की लोकेशन पर। सुरेंद्रनाथ ने जुहू बीच पर करीब 20-30 लड़कियों का स्क्रीन टेस्ट लिया, जो लहरों से अठखेलियां कर रही थीं। हालांकि, इस शूट से सुरेंद्रनाथ कुछ ख़ास संतुष्ट नहीं हुए।

 

फिर एक दिन बॉम्बे के यूएस क्लब में सुरेंद्रनाथ की मुलाकात 18 साल की करेन लुनेल से हुई।

 

लुनेल की शख़्सियत में अजीब से कसक थी, किसी को भी अपनी ओर खींच लेने वाली। वह खूबसूरती और चंचलता का बेजोड़ मेल थीं। इसी खूबी ने उन्हें जूस ब्रैंड ‘डिपीज‘ का ऐड दिलाया। उसमें लुनेल बिकीनी में थीं।

 

लुनेल को देखते ही सुरेंद्रनाथ को लगा कि वह लिरिल ऐड के लिए ही बनी हैं।

वह बताते हैं, ‘हमारी टीम ने फैसला किया कि ऐड में लड़कियों की भीड़ नहीं दिखाई जाएगी। सिर्फ एक लड़की रहेगी और ऐड को किसी समुद्र के बजाय झरने के पास फिल्माया जाएगा, क्योंकि समुद्र का पानी ताज़ा नहीं होता।‘

Alyque Padamsee

लेकिन लोकेशन चुनना इतना आसान भी नहीं था। इसके लिए सुरेंद्रनाथ 10 दिन तक पूरे देश में घूमे। जिस भी अच्छी लोकेशन के बारे में जानकारी मिलती, वहां वह पहुंच जाते। कई झरनों को अपने सुपर 8 एमएम कैमरे में कैद किया।

 

जब
वह
तमिलनाडु
पहुंचे,
तो
वहां
कोडैकानल
के
रास्ते
में
एक
झरना
था,
सड़क
से
काफी
दूर।
सुरेंद्रनाथ को वह
लोकेशन
काफी
पसंद
आई।
वहां
हरियाली
थी,
झरना
था,
चट्टानें
थीं,
हर
एक
चीज़
आंखों
को
सुकून
देने
वाली।
लेकिन
उस
जगह
ऐड
फिल्माने
में
एक
दिक्कत
थी।

Shooting of Liril Soap Ad

वह झरना सिर्फ दिसंबर और जनवरी में भरा मिलता। उस दौरान तापमान भी काफी कम रहता, तकरीबन तीन या चार डिग्री सेल्सियस के आसपास। सूरज भी दिन में बमुश्किल दो–तीन घंटे ही निकलता। साथ ही वहां शूटिंग का साजोसमान लाना भी एक मसला था।

 

इन सबके बावजूद सुरेंद्रनाथ ने तय किया कि लिरिल के विज्ञापन की शूटिंग ‘टाइगर फॉल्स‘ पर ही होगी। इस लोकेशन के लिए मुबी ने भी हामी भर दी। फिर झरने और स्क्रीन टेस्ट की फुटेज को क्लाइंट के सामने पेश करने के लिए सुपरइम्पोज किया गया। इसमें वुडहैम का काम भी शामिल था।

 

ऑडियो विजुअल प्रेजेंटेशन के लिए म्यूजिक ट्रैक तैयार करने की जिम्मेदारी दिवंगत वनराज भाटिया को सौंपी गई। उन्होंने करीब 20 मिनट का म्यूजिक ट्रैक कंपोज किया। बैकग्राउंड म्यूजिक में सितार और तबले की धुन के साथ वेस्टर्न म्यूजिक इस्तेमाल हुआ। ट्रैक को आवाज़ दी प्रीति सागर ने।

उस वक़्त ऐड एजेंसी के सीईओ एलिक पदमसी थे। उन्होंने लिरिल बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर के मार्केटिंग हेड शुनू सेन को प्रजेंटेशन दिखाया। एक मिनट के ऐड के लिए 20 मिनट का प्रजेंटेशन था। शुनू को काम पसंद आया और फिर विज्ञापन की शूटिंग कन्फर्म हो गई।

Liril Soap–Ad

 फिर सुरेंद्रनाथ ने ऐड में लुनेल को बतौर मॉडल लेने की सिफारिश की। उन्होंने मुबी को डिपीज की ऐड फिल्म दिखाई और लुनेल को फौरन फाइनल कर लिया गया।

 

इसके बाद लुनेल की पूरी ज़िंदगी ही बदल गई। विज्ञापन रिलीज होते ही छा गया। इसकी चर्चा किसी फिल्म की तरह होने लगी।

 

लोकप्रियता
का
आलम
तो
यूं
समझिए
कि
टाइगर
फॉल्स
का
नाम
लिरिल
फॉल्स
हो
गया।
फिर
लगातार
आठ
साल
तक
इस
ऐड
के
कई
वर्जन
आए।

 

हालांकि, इस विज्ञापन को फिल्माना कतई आसान नहीं था। शूटिंग के लिए लुनेल को झरने के पीछे जाना पड़ा। वहां उन्हें कई बार सांप दिखा, पर शूटिंग जारी रही। हालांकि, लुनेल के मन में सांप का डर था।

Karen Lunel

इसलिए वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करतीं कि शॉट एक ही टेक में ओके हो जाए, ताकि उन्हें रीटेक के लिए दोबारा उस जगह न जाना पड़े। तमाम दिक्कतों के बावजूद ऐड टीम ने कभी शूटिंग के लिए सेट बनाने के बारे में नहीं सोचा क्योंकि एक तो वह काफी महंगा पड़ता, दूसरे कुदरती फील भी नहीं आती।

 

ऐड में लुनेल के एक्सप्रेशन की काफी तारीफ हुई। सुरेंद्रनाथ बताते हैं, ‘लुनेल का चेहरा शानदार एक्टिंग तो कर ही रहा था, लेकिन वह ठंड से ठिठुर भी रही थीं। इससे उनका अभिनय बिल्कुल नेचुरल दिखा।‘

 

लुनेल बताती हैं कि कैसे वह विज्ञापन के आते ही रातोंरात स्टार बन गईं। लोग उन्हें देखते ही खुशी से सीटी बजाने और लिरिल ऐड का जिंगल गाने लगते। उन दिनों टीवी घर–घर नहीं पहुंचा था। सिनेमाहॉल ही विज्ञापन देखने का सबसे बड़ा माध्यम था। 

लोग इंटरवल में पॉपकॉर्न खरीदने भी नहीं निकलते कि कहीं लिरिल का ऐड मिस न हो जाए। लुनेल कहती हैं कि जब आप बीसेक साल के हों, तो इस तरह की तारीफ कुछ ज़्यादा ही रोमांचित करती है। वह फीलिंग शब्दों में नहीं बयान होती।

 

लुनेल कहती हैं, ‘मैं जैसी हूं, ऐड में भी वैसी ही दिखने की कोशिश की। इसीलिए ऐड में ताज़गी और अपील दिखी और लोगों ने उसे इतना पसंद किया गया।‘ लिरिल सोप के विज्ञापन में लुनेल ने हरे रंग की बिकनी पहन रखी थी।

उस बिकनी को अपना लॉन्चिग पैड बताती हैं लुनेल। लिरिल ऐड के बाद वह काफी मशहूर हो गईं। उन्हें फिल्मों के भी ऑफर मिले, लेकिन उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई। वह एयर लाइन जॉइन करके दुनिया देखना चाहती थीं।

 

वह
कई
बार
एयरक्रॉफ्ट
के
दरवाज़े
पर
खड़ी
होकर
यात्रियों
का
अभिवादन
भी
करतीं।
लोग
हैरानी
से
उनकी
तरफ
दोबारा
मुड़कर
देखते।
अपने
सहयात्रियों से कन्फर्म
भी
करते
कि
यह
लुनेल
ही
हैं
न,
लिरिल
गर्ल।

 

इस हैरानी की वजह भी बड़ी दिलचस्प है। 1976 के करीब लुनेल की मौत की अफवाह फैल गई। लिरिल ऐड के बाद लोगों को उम्मीद थी कि वह और भी विज्ञापनों में नज़र आएंगी, शायद फिल्में भी करें। लेकिन जब लुनेल लाइमलाइट में नहीं दिखीं, तो उनके मरने की अफवाह फैल गई।

 

वह कहती हैं, ‘मुझे कहने में कोई हिचक नहीं कि उन अफवाहों ने मुझे बहुत परेशान किया। मुझे हर वक़्त यही लगता कि मेरे साथ कुछ ग़लत होने वाला है।‘

 

फिर 1980 में लुनेल का कार एक्सीडेंट हो गया। उनके सिर में गंभीर चोट आई, चेहरे पर टांके भी लगे। इमरजेंसी वार्ड में लेटे–लेटे उन्हें लगता कि शायद उनके मरने की अफवाहें अब सच हो जाएंगी। लेकिन वह जल्दी ही रिकवर हो गईं।

 

लुनेल अब करेन लुनेल हीशी बन गई हैं। वह न्यूज़ीलैंड में स्कूल टीचर हैं।

वह ख़ुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि उन्हें ऐड एजेंसी के दिग्गजों के साथ काम करने का मौका मिला। लिरिल गर्ल कहती हैं, ‘अगर मुझे दोबारा वही सब करने का मौका मिले, तो मैं किसी भी चीज़ को नहीं बदलूंगी। वह सब है ही इतना खूबसूरत


Karen Lunel remained the face of Liril for over a

decade – from 1974 to 1985, the longest for any Liril girl.

Karen Lunel recalled in 2009, how Padamsee would pum her up before shoots. She said: “Alyque Padamsee would make time to build me up before we left on a shoot. It brought out the best, just knowing you are valued. “


He had told : “That gave me the idea that we could create a fantasy where she could escape to emotionally when she was having a bath. As a young boy, I loved watching Tarzan films and his girlfriend Jane always used to have a bath under a waterfall and come out looking so fresh. I said why don’t we adopt that idea because we were looking to market Liril from the freshness platform. Most of the soaps of the time focused on complexion, getting rid of pimples and so on. We wanted to talk about a bathing experience that creates a fresh new woman out of you. That’s when we decided on the girl under the waterfall concept.”

Quite drunk

Interestingly, they had to give Karen sips of brandy in between shots to keep her warm. He said: 

“What (producer) Kailash Surendra Nath did was to give Karen sips of brandy in between the shots to keep her warm. Every five seconds, we would pull her out and give her some brandy and put her back in. By the time we were five or six shots down, Karen was quite drunk, and we had to be careful that she didn’t drown! That was quite an experience.”

The END

Disclaimer–Blogger has
prepared this short write up with help of materials and images available on
net. Images on this blog are posted to make the text interesting. The materials
and images are the copy right of original writers. The copyright of these materials
are with the respective owners. Blogger is thankful to original writers.

 

Share196Tweet123
Engr. Maqbool Akram

Engr. Maqbool Akram

I am, Engineer Maqbool Akram (M.Tech. Mechanical Engineer from AMU ), believe that reading and understanding literature and history is important to increase knowledge and improve life. I am a blog writer. I like to write about the lives and stories of literary and historical greats. My goal is to convey the lives and thoughts of those personalities who have had a profound impact on the world in simple language. I research the lives of poets, writers, and historical heroes and highlight their unheard aspects. Be it the poems of John Keats, the Shayari of Mirza Ghalib, or the struggle-filled story of any historical person—I present it simply and interestingly.

Latest Post

Roxelan--From Harem to Queen

Roxelana: A Concubine From Harem To Queen of Ottoman Suleiman The Mgnificient

May 20, 2025
Travelogue of Gandikota canyon & Fort: adventure, heritage and romance.

Travelogue of Gandikota canyon & Fort: adventure, heritage and romance.

May 15, 2025
Renuka Devi: Daughter of founder of Abdullah Women’s College A.M.U.Aligarh was legendary actress of pre-partition era (Begum Khurshid Mirza)

Renuka Devi: Daughter of founder of Abdullah Women’s College A.M.U.Aligarh was legendary actress of pre-partition era (Begum Khurshid Mirza)

May 11, 2025

साहब-ए-करामात- फाताँ ने वहीं चारपाई से कहा। “हाँ…….मौलवी साहब की दाढ़ी और पट्टे।” सआदत हसन मंटो

May 5, 2025
धुंआ धुंआ ज़िंदगी लाइफ़ इन मेट्रो; ट्वंटी  ट्वंटी क्रिकेट की तरह तलाक़ का निर्णय भी जल्दी आगया. और वे दोनों ‘एक्स’ होगए (नंदकिशोर बर्वे)

धुंआ धुंआ ज़िंदगी-लाइफ़ इन मेट्रो; ट्वंटी ट्वंटी क्रिकेट की तरह तलाक़ का निर्णय भी जल्दी आ गया. और वे दोनों ‘एक्स’ हो गए. (नंद किशोर बर्वे)

May 2, 2025
IUIUIIU

तुमने क्यों कहा था मैं सुंदर हूं: फ़ोटो में माया की तरह छरहरे शरीर, परंतु बहुत सुंदर अनुपात के अवयव की निरावरण युवती, दाईं बांह का सहारा लिये एक चट्टान पर बैठी, कहीं दूर देख रही थी (यशपाल की कहानी )

May 2, 2025
अलाउद्दीन खिलजी, ने भारत की रक्षा दुनिया के क्रूरतम लड़ाके ‘मंगोलो’ से की। जिन्होंने बगदाद के खलीफा अबू मुस्तसिम बिल्लाह तक को मार दिया था।

अलाउद्दीन खिलजी, ने भारत की रक्षा दुनिया के क्रूरतम लड़ाके ‘मंगोलो’ से की। जिन्होंने बगदाद के खलीफा अबू मुस्तसिम बिल्लाह तक को मार दिया था।

May 2, 2025
जॉन कीट्स ब्रिटेन के महान कवि और फैनी ब्रॉन की असफल प्रेम कहानी- कीट्स की मृत्यु महज 25 साल में हो गई दोनों ने शादी नहीं की उसने विधवा के रूप में कीट्स  की मृत्यु पर शोक मनाया।

जॉन कीट्स ब्रिटेन के महान कवि और फैनी ब्रॉन की असफल प्रेम कहानी- कीट्स की मृत्यु महज 25 साल में हो गई दोनों ने शादी नहीं की उसने विधवा के रूप में कीट्स की मृत्यु पर शोक मनाया।

May 2, 2025
Fall of Constantinople नौजवान सुल्तान मोहम्मद फतेह ने 29 मई 1453 को कुस्तुनतुनिय फतह (इस्तांबूल) किया.रोमन साम्राज्य का अंत. इस के बाद इस्लाम का यूरोप में प्रवेश.

Fall of Constantinople नौजवान सुल्तान मोहम्मद फतेह ने 29 मई 1453 को कुस्तुनतुनिय फतह (इस्तांबूल) किया.रोमन साम्राज्य का अंत. इस के बाद इस्लाम का यूरोप में प्रवेश.

May 2, 2025
पटना की बेहद हसीन तवायफ और एक पुजारी की लव स्टोरी – यह सूखा हुआ पान हमेशा उनकी विधवा पत्नी के लिए रहस्य ही बना रहा.

पटना की बेहद हसीन तवायफ और एक पुजारी की लव स्टोरी – यह सूखा हुआ पान हमेशा उनकी विधवा पत्नी के लिए रहस्य ही बना रहा.

April 24, 2025
बड़ी शर्म की बात: (इस्मत चुग़ताई) औरत मर्द की नाक काटे तो दहल जाती हूं. उफ़ कितनी शर्म की बात

बड़ी शर्म की बात: (इस्मत चुग़ताई) औरत मर्द की नाक काटे तो दहल जाती हूं. उफ़ कितनी शर्म की बात

March 22, 2025
नशे की रात के बाद का सवेरा (ख़ुशवंत सिंह) अपने अधूरे सपने का अन्त देखने लगा-जो एक विवाहित आदमी बिना संTकोच के कर सकता है.

नशे की रात के बाद का सवेरा (ख़ुशवंत सिंह) अपने अधूरे सपने का अन्त देखने लगा-जो एक विवाहित आदमी बिना संTकोच के कर सकता है.

March 18, 2025
अंतिम प्यार: ताड़ के वृक्षों के समूह के समीप मौन रहने वाली छाया के आश्रय में एक सुन्दर नवयुवती नदी के नील-वर्ण जल में अचल बिजली-सी मौन खड़ी थी. (रबिन्द्रनाथ टैगोर की कहानी )

अंतिम प्यार: ताड़ के वृक्षों के समूह के समीप मौन रहने वाली छाया के आश्रय में एक सुन्दर नवयुवती नदी के नील-वर्ण जल में अचल बिजली-सी मौन खड़ी थी. (रबिन्द्रनाथ टैगोर की कहानी )

March 17, 2025
नाच पार्टी के बाद. वन नाइट लव स्टोरी (रूसी कहानी हिंदी में) लियो टॉल्स्टॉय

नाच पार्टी के बाद. वन नाइट लव स्टोरी (रूसी कहानी हिंदी में) लियो टॉल्स्टॉय

March 17, 2025
परवीन शाकिर छोटी उम्र बड़ी जिंदगी वो शायरा जिनके शेरों में धड़कता है आधुनिक नारी का दिल- दिल को उस राह पे चलना ही नहीं, जो मुझे तुझ से जुदा करती है

परवीन शाकिर छोटी उम्र बड़ी जिंदगी वो शायरा जिनके शेरों में धड़कता है आधुनिक नारी का दिल- दिल को उस राह पे चलना ही नहीं, जो मुझे तुझ से जुदा करती है

March 17, 2025
आय विल कॉल यू मोबाइल फोन (रूपा सिंह) जैसे ही डाटा ऑन किया खट् खट् कर कई मैसेज दस्तक देते चले आये इतनी तेजी से सबकी खबरें स्क्रीन पर चमक रही थी

आय विल कॉल यू मोबाइल फोन (रूपा सिंह) जैसे ही डाटा ऑन किया खट् खट् कर कई मैसेज दस्तक देते चले आये इतनी तेजी से सबकी खबरें स्क्रीन पर चमक रही थी

March 17, 2025
चार्ल्स डिकेंस: के प्रेम प्रसंग विक्टोरियन इंग्लैंड के महान उपन्यासकार अपने युग के रॉक स्टार गलत जगहों पर प्यार की तलाश

चार्ल्स डिकेंस: के प्रेम प्रसंग विक्टोरियन इंग्लैंड के महान उपन्यासकार अपने युग के रॉक स्टार गलत जगहों पर प्यार की तलाश

March 18, 2025
पंच परमेश्वर: फूलो ने घूंघट नहीं खींचा मुंह उठा दिया गेहुंए रंग में दो मांसल आंखें थीं जिनमें  रात का खुमार अभी बिल्कुल मिटा नहीं (रांगेय राघव की कहानी)

पंच परमेश्वर: फूलो ने घूंघट नहीं खींचा मुंह उठा दिया गेहुंए रंग में दो मांसल आंखें थीं जिनमें रात का खुमार अभी बिल्कुल मिटा नहीं (रांगेय राघव की कहानी)

March 18, 2025
मैं खुदा हूँ Ana’l haqq मंसूर अल-हलाज: जल्लाद ने सिर काटा तो धड़ से खून की धार फूट पड़ी और अचानक उनके शरीर से कटा एक-एक अंग चीखने लगा च्मैं ही सत्य हूं

मैं खुदा हूँ Ana’l haqq मंसूर अल-हलाज: जल्लाद ने सिर काटा तो धड़ से खून की धार फूट पड़ी और अचानक उनके शरीर से कटा एक-एक अंग चीखने लगा च्मैं ही सत्य हूं

March 17, 2025
नारी का विक्षोभ: सूरज ने जब सुना सविता कविता करती है  तब दौड़ा-दौड़ा उस्ताद हाशिम के पास गया। (रांगेय राघव)

नारी का विक्षोभ: सूरज ने जब सुना सविता कविता करती है तब दौड़ा-दौड़ा उस्ताद हाशिम के पास गया। (रांगेय राघव)

March 18, 2025
अपरिचित (मोहन राकेश) सामने की सीट ख़ाली थी वह स्त्री किसी स्टेशन पर उतर गई थी इसी स्टेशन पर न उतरी हो यह सोचकर मैंने खिड़की का शीशा उठा दिया और बाहर देखा.

अपरिचित (मोहन राकेश) सामने की सीट ख़ाली थी वह स्त्री किसी स्टेशन पर उतर गई थी इसी स्टेशन पर न उतरी हो यह सोचकर मैंने खिड़की का शीशा उठा दिया और बाहर देखा.

March 18, 2025
Thakur Ka Kuan (Story Munshi Premchand) कुएँ पर स्त्रियाँ पानी भरने आयी थी इनमें बात हो रही थी खाना खाने चले और हुक्म हुआ कि ताजा पानी भर लाओ । घड़े के लिए पैसे नहीं हैं।

Thakur Ka Kuan (Story Munshi Premchand) कुएँ पर स्त्रियाँ पानी भरने आयी थी इनमें बात हो रही थी खाना खाने चले और हुक्म हुआ कि ताजा पानी भर लाओ । घड़े के लिए पैसे नहीं हैं।

March 17, 2025
सुखांत (आंतोन चेखव): इसमें इतना सोचने वाली कौन सी बात है? तुम एक ऐसी औरत हो जो मेरे दिल को भा सके तुम्हारे अंदर वो सारे गुण हैं जो मेरे लिए सटीक हों।

सुखांत (आंतोन चेखव): इसमें इतना सोचने वाली कौन सी बात है? तुम एक ऐसी औरत हो जो मेरे दिल को भा सके तुम्हारे अंदर वो सारे गुण हैं जो मेरे लिए सटीक हों।

March 17, 2025
Epic Love Tale Prithaviraj Chohan & Samyukta: Chivalry, Betrayal, Revange. Changed History &Geography of India

Epic Love Tale Prithaviraj Chohan & Samyukta: Chivalry, Betrayal, Revange. Changed History &Geography of India

March 17, 2025
मेरा नाम राधा है (मंटो) नीलम जिसे स्टूडियो के तमाम लोग मामूली एक्ट्रेस समझते थे, विचित्र प्रकार के गुणों की खान थी। उसमें दूसरी एक्ट्रेसों का-सा ओछापन नहीं था।मैंने जब बहुत जोर से भयानक आवाज में नीलम कहा तो वह चौंकी जाते हुए उसने केवल यह कहा, सआदत, मेरा नाम राधा है।

मेरा नाम राधा है (मंटो) नीलम जिसे स्टूडियो के तमाम लोग मामूली एक्ट्रेस समझते थे, विचित्र प्रकार के गुणों की खान थी। उसमें दूसरी एक्ट्रेसों का-सा ओछापन नहीं था।मैंने जब बहुत जोर से भयानक आवाज में नीलम कहा तो वह चौंकी जाते हुए उसने केवल यह कहा, सआदत, मेरा नाम राधा है।

March 17, 2025
Khayzuran: Romance of a Dancing Slave Became Abbasid Caliphate Queen of The Ruler Al-Mahdi

Khayzuran: Romance of a Dancing Slave Became Abbasid Caliphate Queen of The Ruler Al-Mahdi

March 18, 2025
Shaghab: Sad end of a dancing concubine who became the dominant Queen of the Abbasid Empire Caliph Ahmad al Mutadid?

Shaghab: Sad end of a dancing concubine who became the dominant Queen of the Abbasid Empire Caliph Ahmad al Mutadid?

March 17, 2025
River Stairs (R Nath Tagore) Story of a young widow Kusum. Jaan lo main saint hun is dunya ka nahin tum mujhe bhul jao.

River Stairs (R Nath Tagore) Story of a young widow Kusum. Jaan lo main saint hun is dunya ka nahin tum mujhe bhul jao.

March 17, 2025
Peshawar Express: Krishen Chander. Narrator is train itself Haunting narrative that captures the brutality and chaos of the partition of India in 1947.

Peshawar Express: Krishen Chander. Narrator is train itself Haunting narrative that captures the brutality and chaos of the partition of India in 1947.

March 18, 2025
पोस्टमास्टर (रवीन्द्रनाथ टैगोर) सवेरे से बादल खूब घिरे हुए थे पोस्टमास्टर की शिष्या बड़ी देर से दरवाजे के पास बैठी प्रतीक्षा कर रही थी लेकिन और दिनों की तरह जब यथासमय उसकी बुलाहट न हुई.

पोस्टमास्टर (रवीन्द्रनाथ टैगोर) सवेरे से बादल खूब घिरे हुए थे पोस्टमास्टर की शिष्या बड़ी देर से दरवाजे के पास बैठी प्रतीक्षा कर रही थी लेकिन और दिनों की तरह जब यथासमय उसकी बुलाहट न हुई.

March 17, 2025
  • About us
  • Contact us
  • Home

Copyright © 2025. All rights reserved. Design By Digital Aligarh

No Result
View All Result
  • About us
  • Contact us
  • Home

Copyright © 2025. All rights reserved. Design By Digital Aligarh