Colors of Rainbow: Blogs of Engr Maqbool Akram
Sunday, 21 May 2023
तीन कन्या (कहानी):"तो जाइए, अपनी तीन कन्याओं का ढोल गले से बाँध घूमती रहिए, मैं जा रहा हूँ। समझ लीजिए, फिर कभी नहीं आऊँगा। एक बार फिर पूछता हूँ, बेबी, चलोगी मेरे साथ घूमने?" (शिवानी)
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विभाजन से पूर्व , शिलांग जाने के लिए सबसे सुगम यात्रा , स्टीमर से हबीगंज पार कर रेलमार्ग से सम्पूर्ण की जाती थी। मुझे भी...
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