Colors of Rainbow: Blogs of Engr Maqbool Akram
Wednesday, 12 October 2022
उतरन: चमकी ने मुस्कुरा कर कहा, “पाशा, मैं जिंदगी भर आपकी उतरन इस्तेमाल करती आई, मगर अब आप भी….!” (वाजिदा तबस्सुम की उर्दू कहानी)
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“ निक्को अल्ला , मेरे को बहोत शरम लगती है .” “ एओ , इसमें शरम की क्या बात है ? मैं नई उतारी क्या अपने कपड़े ?” “ ऊं ….....
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