Monday, 4 December 2023

Marilyn Monroe हॉलीवुड की बिंदास एक्ट्रेस 36 वर्ष की आयु में मौत. तीन शादिया प्यार को तरसी. अनाथ आश्रम में भी रही कारखाने काम.

बेडरूम में न्यूड पड़ी थी Marilyn Monroe की लाश, 60 साल बाद भी नहीं सुलझी मौत की गुत्थी.

 

कहते हैं जो दिखता है हमेशा वो सच नहीं होता. कैमरा की चकाचौंध और पर्दे के पीछे एक कहानी होती है, जिसे सिर्फ वही जानता है जो उस कहानी से जुड़ा है या उसे जी रहा है. दूर से देखने वाले इंसान की हंसी को खुशी मान लेते हैं. लेकिन उस हंसी के पीछे का दर्द ना तो कभी कोई देख पाता है और ना ही कोई समझ पाता है... ऐसी ही हंसी थी मर्लिन मुनरो (Marilyn Monroe) की.

Marilyn Monroe कभी कारखाने काम करती थीं फिर बनीं हॉलीवुड की सबसे बिंदास एक्ट्रेस, मौत आज भी है रहस्य आसमान में चमकता सितारा बन चुकी थीं जिसे पाना तो हर कोई चाहता है लेकिन वहां पहुंचना हर किसी की बस की बात नहीं. मर्लिन मुनरो की तस्वीर अगर आप एक बार देख लें तो उसे भुला पाना मुश्किल है. उनकी फिल्में, जिंदगी, शादी और फिर मौत...हर पड़ाव से एक रहस्य जुड़ा है.

 

मर्लिन मुनरो के भूरे बाल, बड़ी-बड़ी आंखें और दिलकश मुस्कान लोगों का दिल जीत लेती थी. उनकी खूबसूरती देख लोग आकर्षित हो जाते थे लेकिन करीब पहुंचना बहुत कम लोगों के लिए मुमकिन था.

दुनिया भर को आनन्द बांटने के एवज में मर्लिन मुनरो बस थोड़ा सा प्यार और दुलार चाहती थी. और कुछ नहीं. वह उसे नहीं मिला.

 

मर्लिन मुनरो दुनिया की सबसे खूबसूरत ऐक्ट्रेस मानी जाती हैं। ब्यूटी, फैशन और ग्लैमर जगत से जुड़ी सभी हसीनाओं के लिए मर्लिन एक आदर्श लेडी की तरह हैं। क्योंकि आज भी मर्लिन की सुंदरता के स्तर को कोई ऐक्ट्रेस छू तक नहीं पाई है। यहां तक कि ऐश्वर्या भी नहीं!

मर्लिन रात को सिर्फ पर्फ्यूम लगाकर बिना कपड़ों के सोना पसंद करती थीं।

मर्लिन मुनरो से जब एक इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि रात को उन्हें क्या पहनकर सोना पसंद है, गाउन या नाइट सूट? इस पर मर्लिन ने कहा कि मैं सिर्फ एक खास परफ्यूम पहनकर सोना पसंद करती हूं। क्योंकि ढीले-ढाले गाउन और पजामा मेरी नींद में खलल डालते हैं।

 

जी हां, आपने सही पढ़ा। मर्लिन रात को सिर्फ पर्फ्यूम लगाकर बिना कपड़ों के सोना पसंद करती थीं। क्योंकि इनका मानना था कि ऐसा करने से इनकी बॉडी पूरी तरह रिलैक्स कर पाती है और इन्हें अच्छी नींद आती है। बड़ी बात ये है कि इस निजी सच को दुनिया के सामने स्वीकारने की हिम्मत मर्लिन ने आज से कई दशक पहले दिखाई।

 

हॉलीवुड की सबसे खूबसूरत हसीना, जिसने लाखों दिलों पर राज किया. लेकिन अपनी पूरी जिंदगी प्यार पाने के लिए तरसती रही. ऐसा नहीं है कि मर्लिन की जिंदगी में ... में खुशियां नहीं आईं, लेकिन गम इतने ज्यादा थे कि उन खुश पलों को समेटकर अपने पास रखने के बावजूद वो हवा में धुआं बनकर उड़ गए

 

कुछ लोग मर्लिन मुनरो को साईडवॉक पर अपनी उड़ती स्कर्ट संभालते हुए दिल खोलकर हंसती लड़की के रूप में जानते हैं. किसी के लिए वह वो वो लड़की हैं, जिसने अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी के लिए अपनी पतली सी आवाज में हैप्पी बर्थडे गाया था.

 

सच तो यह है कि मर्लिन इन दोनों में से कोई भी नहीं थी. बल्कि मर्लिन मुनरो कभी कोई असली इंसान थी ही नहीं. वो नोर्मा जीन नाम की लड़की का बनाया एक दिलचस्प और खूबसूरत किरदार थी, जिससे वो कभी चाहकर भी बाहर नहीं निकल पाईं और जिसने अंत में शायद उसकी जान ले ली.

 

मर्लिन मुनरो (Marilyn Monroe) जैसे ही ये नाम जुबां पर आता है, आंखों के सामने वो फोटो जाती है, जिसमें वो होठों पर रेड कलर की लिपस्टिक लगाए अपनी उड़ती हुई ड्रेस को दोनों हाथों से संभालती नजर आती हैं।

 

सुनहरे बाल, अलसाई आंखें और गाल के पास एक काला तिल। बस यही सदाबहार खूबसूरत चेहरा उकर आता है। उस दौर में वो हॉलिवुड की ऐसी ऐक्ट्रेस थीं, जिन्हें देखने के लिए लोगों की आंखें तरसती थीं। उनकी जिंदगी में सबकुछ था। नाम, पैसा, शोहरत और रुतबा... लेकिन वो अपनी इस शान--शौकत से भरी जिदंगी को ज्यादा दिन जी नहीं पाईं।

महज 36 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया और मौत भी ऐसी कि पीछे ढेर सारे सवाल छोड़ गई, जिसके जवाब लोग आज भी ढूंढते हैं।

 

अमेरिकी राष्ट्रपति भी थे मर्लिन मुनरो के दीवाने, 60 साल बाद भी नहीं सुलझी मौत की गुत्थी

Marilyn Monroe और जॉन एफ कैनेडी के बीच अफेयर को कभी सरकारी तौर पर तो मान्यता नहीं मिली लेकिन हमेशा मर्लिन का नाम कैनेडी के साथ जोड़ा ही जाता रहा है। अमेरिका के सरकारी डॉक्यूमेंट्स में ऐसा कुछ भी नहीं कहा गया है और मर्लिन मुनरो की मौत को आत्महत्या बताया गया है।

हालांकि काफी सारी रिपोर्ट्स और लोगों का ऐसा दावा है कि अमेरिकन प्रेसीडेंट के साथ नाम जुड़ना ही मर्लिन के लिए जानलेवा साबित हुआ। कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि अमेरिकन प्रेसीडेंट संग अफेयर के चलते मर्लिन मुनरो की हत्या करवाई गई थी। हालांकि आज भी काफी लोग ऐसा ही मानते हैं लेकिन इस रहस्य की गुत्थी शायद ही कभी सुलझ पाए।

 

मर्लिन मुनरो का असली नाम बहुत ही कम लोग जानते हैं। लॉस एंजिलिस में 1 जून 1926 को पैदा हुई मर्लिन का असली नाम नोर्मा जेन मॉर्टेनसन था।

 

मर्लिन की जिंदगी बेहद उलझी हुई थी। मर्लिन की मां का अपने एक साथ काम करने वाले व्यक्ति के साथ अफेयर था। वह मार्टिन एडवर्ड मॉर्टेनसन की बेटी थी ही नहीं बल्कि वह चार्ल्स स्टैनली गिफॉर्ड की बेटी थीं। यह बात मर्लिन को भी अपने जीते जी नहीं पता चल पाई थी।

 

नोर्मा जीन बेकर (Norma Jeane Baker) का जन्म 1 जून 1926 को ग्लेडिस बेकर (Gladys Baker) और चार्ल्स स्टेनली जिफॉर्ड (Charles Stanley Gifford) के यहां हुआ.

 

ग्लेडिस एक उलझी हुई महिला थी. दो बार शादी कर चुकी ग्लेडिस के घर पर नन्ही नोर्मा आई तब वह जिंदगी में अकेली थीं. समाज में सिंगल मां को इज्जत नहीं दी जाती थी. ऐसे में वो बच्ची के जन्म के दो हफ्ते बाद ही उसको लेकर अपनी मां डेला मुनरो (Della Monroe) के पड़ोसियों बोलेंडर परिवार के घर चली गई.

 

यहां नोर्मा जीन ने अपनी जिंदगी के सात साल बिताए. बोलेंडर परिवार, नन्हीं नोर्मा को गोद लेना चाहता था, जो उसकी मां को गंवारा नहीं था. अपने तलाक में पहले पति के हाथ दो बच्चे खो चुकी ग्लेडिस, नोर्मा को भी खोना नहीं चाहती थीं. तो 1933 तक वह बेटी को लेकर मिस्टर और मिसेज एटकिनसन के घर रहने लगी थीं. एटकिनसन एक इंग्लिश कपल था, जो फिल्मों में काम करता था.

 

यहीं से नोर्मा जीन की जिंदगी में इनसिक्योरिटी और कंफ्यूजन की शुरुआत हुई. पहले से परेशान ग्लेडिस की जिंदगी में कुछ बड़ी और ट्रैजिक चीजें होने के बाद उन्हें नर्वस ब्रेकडाउन का सामना करना था. इसके बाद उन्हें अपनी पूरी जिंदगी के लिए मेंटल हेल्थ इंस्टीटूशन्स में भेज दिया गया.

नोर्मा जीन के लिए मां का जिंदगी से यूं गायब हो जाना सहने लायक नहीं था. इसके बाद उसके घर में आए नए शख्स ने उनका यौन शोषण किया. ऊपर से कोई उसे बताने को तैयार नहीं था कि आखिर उसकी मां के साथ क्या हुआ है.

 

नोर्मा को लगा उसकी मां मर गई है. उसकी इस सोच को उसकी मां की दोस्त ग्रेस गोडार्ड (Grace God ने विश्वास में तब बदला जब वो नोर्मा को लॉस एंजलिस के एक अनाथालय में छोड़ आई. इस जगह नोर्मा जीन ने एक साल बिताया था.

 

इसके बाद उसे एक घर से दूसरे घर रहने भेजा गया. नोर्मा की जिंदगी में उसे सबसे प्रभावित आंटी एना ने किया था. लेकिन उनकी तबीयत ठीक रहने की वजह से नॉर्मा को एक बार फिर रहने के लिए दूसरा घर तलाशना पड़ा. 1942 में अनाथालय में दिक्कत झेलने के बाद नॉर्मा जीन ने जिम डोएरटी (Jim Dougherty) से शादी कर ली. दोनों कुछ समय से एक दूसरे को डेट कर रहे थे.

 

उस समय नोर्मा, ग्रेस के साथ रह रही थी. ग्रेस का परिवार अपना घर शिफ्ट कर रहा था और चाहता था कि कोई नोर्मा का ध्यान रखने वाला मिल जाए. इस बारे में ग्रेस ने जिम की मां से बात की और फिर दोनों ने कपल को शादी करने का आईडिया दिया. जिम ने नोर्मा को 'बचाने' के इस चांस को देखते हुए झट से हां कह दी. लेकिन नोर्म जीन तैयार नहीं थी. इस बारे में बाद में उसने कहा था- यह चिड़ियाघर में बंद होने जैसा था.

यह शादी महज चार साल चली थी. इस बीच जिम को युद्ध पर जाना पड़ा था, जिसके बाद नोर्मा ने अपने अकेलेपन और बोरियत को मिटाने के लिए एक डिफेंस प्लांट में नौकरी... ली थी. यही एक फोटोग्राफर ने उसे डिस्कवर किया था. इन्हीं फोटोज की बदौलत नोर्मा ने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की.

 

जिम को इससे कोई दिक्कत नहीं थी. लेकिन उसने अपनी पत्नी के सामने यह भी साफ कर दिया था कि जब वो युद्ध से वापस आएगा तो उसे ये सब नहीं करने देगा. इसका जवाब... नोर्मा ने लास वेगस जाकर तलाक के अर्जी डालने से दिया था. जिम को इससे बड़ा झटका लगा था.

लॉस वेगस से लॉस एंजलिस लौटने के बाद नॉर्मा जीन को ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स (Twentieth Century Fox) ने एक स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया. उसे एक कॉन्ट्रैक्ट में साइन किया गया.

 

लेकिन नोर्मा जीन का दिल तब टूटा जब उसे पता चला कि उसे अपना नाम बदलना होगा. उसका नाम आज के बाद नॉर्मा जीन नहीं बल्कि मर्लिन मुनरो होगा.

 

अपना सरनेम मुनरो में बदलने से उसे दिक्कत नहीं थी. लेकिन मर्लिन? उसे तो यह शब्द लिखना तक नहीं आता था. ये बात मर्लिन ने अपने दोस्तों से कही थी. लेकिन उसके पास कोई रास्ता नहीं था. उसे पसंद हो या हो, लेकिन अब से वो दुनिया के लिए मर्लिन मुनरो (Marilyn Monroe) थी.

 

अपने करियर में मर्लिन मुनरो ने कई दिक्कतों का सामना किया. कई बार उसके करियर की गाड़ी रुकी और कई कॉन्ट्रैक्ट उसके हाथ से गए. फिर एजेंट जॉनी हाईड (Johnny Hyde) के रूप में उसके करियर के लिए मसीहा और जिंदगी में प्यार आया. अफवाहें उड़ीं की मर्लिन, हाईड के साथ सिर्फ उसके पैसों के लिए है.

 

हाईड ने कई बार उसे शादी के लिए प्रपोज किया, लेकिन मर्लिन ने हर बार मना कर दिया. हाईड की मौत के बाद मर्लिन मुनरो ने अपना सारा फोकस अपने करियर पर शिफ्ट कर दिया था. इसके बाद उसने 'लव नेस्ट', 'क्लैश बाय नाईट' और 'डोंट बॉदर टु नॉक' जैसी फिल्मों में काम किया.

 

मर्लिन आसमान की ऊंचाइयों पर थी, जब उसके पर काटने लायक दो बड़ी बातें दुनिया में सामने आईं. पहली कि उसने न्यूड फोटोशूट करवाया था. और दूसरी कि जिस मां को वो सालों से मरा हुआ बताती रही थी वो असल में जिंदा थी और इंस्टीटूशन में रह रही थी. ये बातें सामने आने के बाद मर्लिन मुनरो का करियर लगभग खत्म ही हो गया था.

 

लेकिन उसने गहरी सांस ली और अपना सच दुनिया को अपने मुंह से बताने का फैसला किया. उसने दावा किया कि पैसों की जरूरत के चलते उसने न्यूड फोटो खिंचवाई थीं . जहां तक मां की बात है तो उसने मां के जिंदा होने की बात अपने नहीं बल्कि मां की सुरक्षा के लिए छुपाकर रखी थी. लोगों को उसकी ईमानदारी पसंद आई और एक बार फिर मर्लिन ऊंचाइयों को छूने लगी.

 

1952 में मर्लिन मुनरो की मुलाकात जो डीमागियो (Joe DiMaggio) से हुई थी. इसके बाद उसने 'नाएग्रा' और 'जेंटलमेन प्रिफर ब्लॉन्ड्स' जैसी हाई प्रोफइल फिल्मों में काम किया. 1953 तक मर्लिन परेशान हो गई थी. वो बेहतर रोल्स चाहती थीं. ऐसे में जब उसे एक ऐसे रोल के लिए स्टूडियो बुलाया गया जो उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं था. वो सान फ्रांसिस्को भाग गई और वहां जाकर जो डीमागियो से शादी कर ली.

 

स्टूडियो ने उसे सस्पेंड कर दिया था. हालांकि 1954 में सब ठीक हो गया, जब उसे ' सेवन ईयर इच' नाम की फिल्म में देखा गया. यही वो फिल्म थी जो आगे चलकर मर्लिन की दूसरी शादी टूटने का कारण बनी.

 

इस फिल्म के पब्लिसिटी सीन में मर्लिन मुनरो की स्कर्ट को हवा में उड़ते हुए देखा गया था.

जब यह सीन शूट हो रहा था तो ऑडियंस में उसका पति भी मौजूद था. अनजान फोटोग्राफर और लोगों को अपनी बीवी को देखते जो अपना गुस्सा नहीं रोक पाया. बाद में उसने काफी हिंसक तरीके से मर्लिन से बहस की. इसके इसके बाद मर्लिन ने अपनी शादी को खत्म करने का फैसला किया था.

1955 का समय मर्लिन के लिए खुद को जानने का था. वो न्यूयॉर्क में रहने लगी थी और उसने फोटोग्राफर मिल्टन ग्रीन (Milton Greene) के साथ अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोली थी. साथ ही वो एक्टिंग और साइकोएनालिसिस की क्लास भी लिया करती थी. वो रोज थिएटर जाती और बैकस्टेज कई बढ़िया एक्टर्स-एक्ट्रेसेज से मिलती.


यहीं उसकी मुलाकात अपने तीसरे पति और प्लेराइटर आर्थर मिलर (Arthur Miller) से हुई थी. दोनों ने 1956 में शादी की.

 The Classic Flying Skirt of Marilyn Monroe

इस शादी में खुशी के पल कम ही थे. खासकर मर्लिन मुनरो के लिए. उसने अपने पति आर्थर की नोटबुक देख ली थी, जिसमें प्लेराइटर आर्थर ने उसके बारे में कई दिल को चुभने वाली बातें लिखी थीं. दोनों ने नॉर्मल जिंदगी जीने की कोशिश की लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हो पाया. 

Marilyn Monroe and Arthur Miller her third  marriage

मर्लिन मां बनना चाहती थी. लेकिन उसे कई मिसकैरिज का दर्द सहना पड़ा. जिसमें से एक उसकी सबसे सफल फिल्मों में से एक 'सम लाइक इट हॉट' की शूटिंग के हुआ था. इसके बाद उसने मां बनने के लिए कई ऑपरेशन करवाए, जो फेल हो गए. 1959 में अपनी आखिरी सर्जरी के बाद मर्लिन ने मां बनने का ख्वाब देखना छोड़ था.

 

मिलर के साथ मर्लिन का रिश्ता तब खत्म हुआ जब उसने एक्ट्रेस के लिए फिल्म ' मिसफिट्स' में रोजलिन का रोल लिखा. इस फिल्म में एक्टर क्लार्क गेबल उसके थे. यह फिल्म बहुत रॉ थी. इसके किरदार बहुत पर्सनल थे. और जब तक इसकी शूटिंग खत्म हुई मर्लिन मुनरो एक बार फिर जिंदगी का सामना अकेले कर रही थी.

 

इसके बाद आने वाले साल डिप्रेशन से भरे थे. उसके लिए सबसे बुरा वक्त शायद तब था जब गेबल की पत्नी ने एक्टर की मौत का इल्जाम कथित रूप से मर्लिन पर लगाया था इसके बाद मर्लिन मर जाना चाहती थी. उसने अस्पताल में अपना इलाज करवाने के लिए मंजूरी दी थी. लेकिन उसे नहीं पता था कि वह गलत जगह जा रही है.

जिस जगह पर मर्लिन को भर्ती करवाया गया था, वो गंभीर रूप से परेशान मरीजों के लिए थी. अस्पताल ने तब मर्लिन को जाने दिया था जब जो डीमागियो ने लड़ाई कर बिल्डिंग को तोड़ने की धमकी दी थी. अगले साल तक जो, मर्लिन का वो दोस्त बन गया था जिसके उसने सपने देखे थे.

 

साथ में दोनों ने फ्लोरिडा का सफर तय किया, बीच पर आराम किया और साथ में बेसबॉल खेला. खबरें आईं कि दोनों फिर एक हो सकते हैं. लेकिन मर्लिन मुनरो को कुछ और ही मंजूर था.

अगस्त 4/5 1962 की रात को मर्लिन को मृत पाया गया. कहा गया कि ओवरडोज की वजह से उसकी जान गई है.

 

उस दिन हंसती खिललाती मर्लिन मुनरो और दर्द से भरी नॉर्मा जीन हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कहकर चली गई. और साथ ले गई अपनी जिंदगी से जुड़े राज, अपनी सच्चाई और प्यार पाने की चाहत.

खत्म तमाशा

60 साल बाद भी नहीं सुलझी मर्लिन मुनरो की मौत की गुत्थी, उस रात क्या-क्या हुआ था.

 

मर्लिन की मौत के बाद जो खबरें छपीं, उनके मुताबिक, 5 अगस्त 1962 का दिन था। बस भोर होने वाली थी। सुबह के तकरीबन साढ़े 3 बज रहे थे। मर्लिन मुनरो के सायकार्टिस्ट खिड़की तोड़कर उनके बेडरूम में घुसे, जब उन्होंने देखा कि वो बेड पर मृत अवस्था में पड़ी हैं और पास में स्लीपिंग पिल्स की खाली शीशी पड़ी है।

 

मर्लिन की हाउसकीपर की नींद आधी रात में तब खुल गई थी, जब उन्होंने देखा कि ऐक्ट्रेस के कमरे की लाइट जल रही है और दरवाजा अंदर से लॉक है। वो बेड पर औंधें मुंह न्यूड पड़ी हैं और उनके एक हाथ में टेलीफोन का रिसीवर भी था। उन्होंने ही सायकार्टिस्ट को कॉल करके बताया कि कुछ गड़बड़ है।

 

पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, मर्लिन ने मौत से पहले वाली शाम को मनोचिकित्सक को फोन किया था.

शिकायत की थी कि वो सो नहीं पा रही हैं, इसलिए राइड के लिए बाहर जा रही हैं। इसलिए जब ऐक्ट्रेस की नौकरानी ने फोन करके बताया कि उनके कमरे की लाइट जल रही है और वो चिल्लाने पर भी दरवाजा नहीं खोल रही हैं तो उन्हें यकीन नहीं हुआ, क्योंकि वो सोच रहे थे कि वो राइड पर किसी समंदर के पास या पार्क में गई होगी।

 

मर्लिन की अचानक हुई मौत ने सभी को दहला दिया था। जब उनकी बॉडी पोस्टमार्टम के लिए मॉर्चरी पहुंचीं तो सभी की निगाहें घड़ी पर टिक गई, क्योंकि सभी रिपोर्ट में जानना चाहते थे कि आखिर मौत की वजह क्या है। हालांकि, उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये कहा गया कि ड्रग्स के ओवरडोज के कारण उनकी मौत हुई है। उनके उस घर से भी कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था, जो उन्होंने कुछ दिनों पहले खरीदा था।

 

नेटफ्लिक्स की डॉक्युमेंट्री ' मिस्ट्री ऑफ मर्लिन मुनरो: अनहर्ड टेप्स' (The Mystery of Marilyn Monroe: The Unheard Tapes) में उनके बारे में एक अनसुनी दास्तां को दिखाया गया।

 

उनसे जुड़े खास लोगों से बात करके उनकी मौत से जुड़े रहस्य को सुलझाने का एक अथक प्रयास किया गया। इसमें फेम के पीछे का सच दिखाने की कोशिश की गई है। साथ ही जो रिपोर्ट्स में दावे किए गए थे, उससे परे एक कहानी को दिखाया है।

 

इसमें बताया गया है कि 4 अगस्त को रात करीब साढ़े 10 बजे हॉलिवुड बाउल में कुछ ऐसा हुआ था, जो बहुत गलत था। इस डॉक्युमेंट्री में ये भी बताया गया है कि रॉबर्ट कैनेडी (बॉब) उस दिन दोपहर में मर्लिन के घर पर थे, जिस दिन उनकी मौत हुई थी। बॉब, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ केनेडी के भाई थे।

 

समर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐक्ट्रेस ने अपने एक दोस्त से कहा था कि वो बॉब कैनेडी से बहुत प्यार करती थीं और शादी करने जा रही थीं। ये भी कहा जाता है कि उनकी मौत के दिन बॉब और उनके बीच बहुत भयानक झगड़ा भी हुआ था।

इस डॉक्युमेंट्री में दिखाया गया है कि मुनरो की मौत की रात करीब 2-3 बजे बॉब ने फ्लाइट पकड़ने के लिए एक हेलिकॉप्टर से एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। हालांकि, सच क्या है, ये आज भी रहस्य बना हुआ है।

 

मर्लिन की मौत के सालों बाद उनके हाथ से लिखे कुछ नोट मिले थे, जिसमें उन्होंने जिंदगी का सच बयां किया था। उन्होंने ऐसी गहरी बातें लिखी थीं, जो शायद ही वो किसी से कह पातीं। इन नोट्स में उनकी हंसती हुई जिंदगी के पीछे छिपा दर्द लिखा था। वो बहुत अलग थीं। उनकी कशिश उन्हें अलग बनाती थी। शायद यही वजह है कि मौत के 60 साल बाद भी लोग वो राज जानना चाहते हैं, जो वो अपनी मौत के पीछे छोड़ गईं।

The End

Disclaimer–Blogger has prepared this short write up with help of materials and images available on net. Images on this blog are posted to make the text interesting.The materials and images are the copy right of original writers. The copyright of these materials are with the respective owners.Blogger is thankful to original writers.

 











































































































1 comment:

Nishant Saxena said...

Strange. Extraordinary write-up engg. maqbool Saab.