मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक (15 December 2019) रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने कैंपस के गेट पर नागरिकता संशोधन कानून का जमकर विरोध किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
एएमयू के छात्रों ने यह विरोध प्रदर्शन दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया के पास हुए विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद किया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी 2020 तक बंद करने का आदेश दिया है।
पिछले कई दिनों से इसका विरोध कर रहे छात्रों ने शुक्रवार (13 December) को भी दिन भर नारेबाज़ी की और पुलिस प्रशासन के साथ उनकी रस्साकशी चलती रही।
13 December (Friday) 2019
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के हजारों छात्र सड़क पर उतर आए। कैंपस से कलक्ट्रेट तक जाने की जिद पर अड़े छात्रों से ज्ञापन लेने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वयं बाब-ए-सैयद (एएमयू के मुख्य द्वार) पर पहुंच गए लेकिन छात्र नहीं माने।
वहीं, कुछ छात्र बार-बार बाब-ए-सैयद पर बने बैरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। कुछ समय बाद ही बैरिकेडिंग तोड़कर छात्र प्रशासनिक ब्लॉक पहुंच गए। वहां भी बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस व आरएएफ जवानों ने दृढ़ता से उन्हें रोक दिया।
इस दौरान काफ़ी देर तक मूसलाधार बारिश भी हुई. हालांकि, कंपकंपाती ठंड में हुई यह बारिश न तो छात्रों के उत्साह को कम कर पाई और न ही प्रशासनिक सक्रियता को.इस विरोध के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच हुई झड़प में लाठीचार्ज, फायरिंग और आंसू गैस तक की खबर आई।
15 December 2019
गेट के भीतर नारेबाज़ी करते छात्र बेहद ग़ुस्से में थे ।उनका आरोप था कि नागरिकता संशोधन क़ानून के ज़रिए सरकार मुसलमानों को साथ भेदभाव कर रही है, उनसे उनकी नागरिकता और राष्ट्रीयता का प्रमाण लेने की कोशिश की जा रही है और भविष्य में उन्हें अपने ही देश में 'दोयम दर्जे का नागरिक' बनाने की साज़िश रच रही है।
छात्रों की भीड़ बाब-ए-सैयद द्वार पर परिसर का मुख्य गेट तोड़कर बाहर एएमयू सर्किल पर आ गई । पुलिस ने इन्हें पानी की बौछार से रोकने की कोशिश की तो छात्रों ने जमकर पथराव कर दिया। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने कहा कि यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. हॉस्टल को खाली कराया जा रहा है। अलीगढ़ में इंटरनेट सेवा सोमवार रात 10 बजे तक बंद कर दी गई है।
बाब ए सैयद से निकलते ही तोड़े सीसीटीवी
एएमयू छात्रों का रैला जैसा ही बाब ए सैयद से बाहर निकले उन्होंने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के खंभों को तोड़ दिया। इतना ही नहीं पथराव के लिए इंतजाम करने को गमले तोड़ दिए, जिससे की पुलिस पर पथराव अधिक देर तक किया जा सके।
एएमयू में आधी से अधिक परीक्षाएं स्थगित
बवाल के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 16 दिसंबर 2019 से पांच जनवरी 2020 तक के लिए शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया। आधी से अधिक परीक्षाएं स्थगित कर दी गई ।
एएमयू में 28 नवंबर से परीक्षाएं चल रही थीं, जो 21 दिसंबर तक होनी थीं। 23 दिसंबर से 5 जनवरी 2020 तक शीतकालीन अवकाश की घोषणा हुई थी। रविवार के बवाल के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने 21 के बदले 16 दिसंबर से पांच जनवरी तक के लिए शीतकालीन अवकाश घोषित कर विश्वविद्यालय को बंद कर दिया।
इस वजह से बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी एवं एमकॉम के अतिरिक्त बीटेक एवं एमटेक की आधी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई है। एएमयू के किशनगंज, मुर्शिदाबाद एवं मल्लापुरम केंद्रों पर भी बीएएलएलबी, बीएड और एमबीए की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई।
एएमयू के चार छात्र सहित पांच लापता
बवाल के बाद कई छात्रों के लापता होने की बात कही जा रही है। सोमवार को एएमयू के घायल चार छात्र जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती रहे। इसके अलावा छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष सलमान इम्तियाज को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इधर, लापता छात्रों को तलाशने की मांग अमुटा के साथ-साथ अन्य संगठनों ने भी की है।
विश्वविद्यालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मैरिसन कोर्ट हास्टल से कमरा नंबर 46 के रहने वाले सैयद मेहंदी, गुलजार सहित चार छात्रों के लापता होने की बात कही जा रही है। यहां के कुछ लोगों ने बताया कि रविवार की रात शीशे के बाहर से आंसू गैस का गोला छोड़़ा गया था, जिसके बाद कमरे में आग लग गई थी।
26 लड़कों को पुलिस ने बंदी बनाया है। इसमें एएमयू के सात छात्र हैं और बाकी के बाहरी हैं। मिसिंग का अलग से हमारे पास कोई आंकड़ा नहीं है। हॉस्टल में करीब 11500 लड़के हैं। सोमवार दोपहर तीन बजे तक 4500 छात्र कैंपस से रवाना हो गए थे-(प्रो. शाफे किदवई, एमआईसी)
देर रात तक 50 फीसदी छात्र कैंपस से रवाना
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में एएमयू में रविवार रात हुए बवाल के कैंपस में पांच जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया गया। इसके साथ छात्रों को घर भेजने की व्यवस्था की गई और सोमवार को उनके घर जाने का सिलसिला शुरू हो गया।
जिम्मेदार अधिकारियों की देखरेख में बसों की रवानगी हुई। इसके अलावा कई ट्रेनों के अलीगढ़ ठहराव की व्यवस्था की गई थी। नियमित ट्रेनों के अलावा पूर्वोत्तर एवं बिहार साइड की चार नान स्टाप ट्रेनों का अलीगढ़ जंक्शन पर ठहराव कराया गया। छात्रों की सहूलियत के लिए ट्रेन में ही टिकट बनाने की सुविधा की गई। 25 रोडवेज बसों के अतिरिक्त सात प्राइवेट बसें भी चलाई गई। देर रात तक 50 फीसदी छात्रों के कैंपस छोड़ देने का अनुमान जताया गया।
एएमयू कैंपस 10 किमी के दायरे में फैला है। इसमें 56 हास्टल हैं, जिसमें से 22 लड़़कियों के लिए हैं। इन हास्टलों में 12158 विद्यार्थी पढ़ते हैं। एएमयू में कुल 36665 विद्यार्थी पढ़ते हैं। इन सभी को बेहद कम समय में घर वापस भेजना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। सोमवार की सुबह छात्रों को घर भेजने का काम शुरू किया गया। एडीएम वित्त विधान जायसवाल की निगरानी में घर भेजने का इंतजाम किया गया। कुल मिलाकर सोमवार शाम तक ट्रेनों से करीब चार हजार एवं बसों से करीब ढाई हजार छात्र घर भेज दिए गए।
ट्रेनों के ठहराव का समय बढ़ाया गया
डीएम के आग्रह पर मंडल रेल प्रबंधक इलाहाबाद ने बिहार, झारखंड, लखनऊ, इलाहाबाद एवं बनारस रूट की ओर जाने वाली नान स्टाप बिहार संपर्क क्रांति, विक्रम शिला एक्सप्रेस, पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस का अलीगढ़ जंक्शन पर पांच से दस मिनट ठहराव कराया।
अन्य ट्रेनों के ठहराव का समय भी बढ़ा दिया गया। इन ट्रेनों के अलावा गोमती, महाबोधि, वैशाली व कैफियात एक्सप्रेस के जरिये सायं छह बजे तक करीब चार हजार छात्र-छात्राएं अपने घर चले गए।
एडीएम वित्त विधान जायसवाल ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर एक अतिरिक्त टिकट खिड़की की व्यवस्था के साथ यह भी सहूलियत दी गई कि छात्रों के टिकट ट्रेन में ही बनवा दिये जाए और उनसे कोई अतिरिक्त चार्ज न लिया जाय।
सुबह से ही 50 बसें रिजर्व करा दी गईं
रोडवेज ने छात्रों को घर पहुंचाने के लिए सोमवार सुबह ही 50 बसें रिजर्व कर दी। इनमें से 25 बसों से छात्र-छात्राओं को दिल्ली समेत अन्य रूटों पर भेजा गया। आरटीओ ने सात प्राइवेट बसों को भी लगाया। एडीएम ने बताया कि इन बसों में छात्रों से पैसा नहीं लिया जाएगा। बस कंडक्टरों को हिदायत दे दी गई है कि वे बस छात्रों का विवरण ही अपने पास रखेंगे। उनके टिकट का खर्चा एएमयू इंतजामियां देगा।
भीड़ में शामिल अराजकतत्व दहला सकते थे
शहर
ऊपरकोट बाजार पर लाठीचार्ज कर युवाओं को घास की मंडी की ओर खदेड़ा गया।कमोबेश जमालपुर में भी यही हालात थे। मुस्लिम दुकानें और बाजार के साथ कई कारखाने बंद होने से अधिकांश युवा अपने ही मोहल्ले में थे। ये भी भीड़ का हिस्सा थे। इनके बीच कुछ अराजक तत्व भी शामिल हो गए थे। शाहजमाल में भी माहौल ऐसा ही था।
इन तीनों मुस्लिम बहुल इलाकों में हजारों की तादाद में युवाओं की भीड़ गलियों से सड़कों तक मौजूद थी। दोदपुर, रसलगंज, जीवनगढ़ में भी ऐसे ही हालात थे।
दरअसल, पुलिस फोर्स का पूरा फोकस एएमयू, रेलवे स्टेशन और अति संवेदनशील प्रमुख बाजारों तक था। इसको भांप कर अराजक तत्व सक्रिय हो रहे थे और पुलिस की कमी का फायदा उठा कर भीड़ की आड़ में अपने मंसूबे पूरे करना चाहते थे। ये अराजक तत्व कुछ जगहों पर प्रमुख व्यापारिक स्थलों पर लूटपाट करने की साजिश भी रच रहे थे। इससे दहशत के माहौल का फायदा उठाया जा सके।
जमालपुर में रात सवा आठ बजे के करीब दोबारा से जब भीड़ एकत्र हुई तो भी अराजक तत्व सक्रिय थे।
पुलिस के साथ उक्त स्थानों पर सक्रिय खुफिया पुलिस के सूत्रों के अनुसार भीड़ में हर जगह ऐसे लोग सक्रिय थे, जो माहौल को खराब कर लूटपाट करना चाहते थे। ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है। उन पर भी कार्रवाई होगी। पुलिस ने सभी स्थानों पर वीडियो-फोटोग्राफी कराई है। जिससे ऐसे भड़काने वाले लोगों को पहचाना जा सके। चार स्थानों पर लाठीचार्ज और लाठी फटकराने को छोड़ दें तो बाकी शहर में दोपहर बाद पुलिस की सख्ती ने अपना असर दिखाया और कोई बड़ी घटना नहीं हो सकी।
बवाल में दरोगा से लूटे कारतूस, दो मुकदमे
दर्ज, 26 गिरफ्तार
एएमयू में रविवार रात हुए बवाल में दो मुकदमे दर्ज किए गए, जिनमें से एक मुकदमा इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमित कुमार की ओर से 52 नामजद व 1300 अज्ञात पर और दूसरा चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर निजामुद्दीन द्वारा 26 नामजद व 1300 अज्ञात पर दर्ज कराया गया।
निजामुद्दीन ने अपने मुकदमे में सर्विस पिस्टल लूट की कोशिश और पांच कारतूस लूट ले जाने का आरोप लगाया। मुकदमों में छात्रसंघ के तमाम पदों के नेता भी आरोपी बनाए गए। इन मुकदमों में कुल 26 लोग गिरफ्तार किए। इनमें कुछ छात्र व कुछ बाहरी युवक शामिल हैं।
पुलिस व आरएएफ अफसरों पर हमले का मुकदमा
पहला मुकदमा इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमित कुमार की ओर से दर्ज कराया गया है, जिसमें एकराय होकर हमलावर होने, सरकारी कार्य में बाधा पैदा करने, 144 का उल्लंघन करने, हमला करने, गाली-गलौज व धमकी देने व लोक व्यवस्था भंग करने का आरोप है।
मुकदमे में सरफराज अली, मो.तारिक, शहबाज, अल्ताफ, वकार, आकिब खान, मो.रिहान, आदिल, बिलाल बेग, डॉ.साहिल खान, वासिफ, मो.मेहंदी, मो.अबजद नासिर, शाहिद हुसैन, दीन अहमद, जुनैद आमिर, अब्दुल महबूद, अब्दुल मनम, फैजान खान, गुलजार, सुबरुल अनम, अब्दुल रहमान, अकरम, तंजीम खान, सैय्यद साद जफर, आशुतोष, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सल्मान इम्तियाज,
उपाध्यक्ष हमजा सूफियान, सचिव हुजैफा आमिर, आमिर मिंटो, फरहान जुबैरी, उवैद उल्ला आजमी, पूर्व उपाध्यक्ष सज्जाद सुभान राथर, वकार नागा, गुफरान, आमिर उलजैस, आरिफ त्यागी, पूर्व केबिनेट जैद शेरवानी, तौकीर, मो. तालिब, इमरान जलाली, सरजील उस्मानी, अलाउद्दीन, हैदर, शमीम बारी, कामरान, सिराज इरतिजा, आसिफ इदरीश, जाहिद, शाकिब मामा, नईम अली, ओसामा सहित 1300 अज्ञात आरोपी बनाए गए हैं।
ये हैं आरोप
इस मुकदमे में आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान बाब-ए-सैयद से होकर एएमयू सर्किल की ओर आते समय जब इन्हें रोका गया तो यह हमलावर हो गए और पथराव फायरिंग बाब-ए-सैयद का गेट तोड़ते हुए अराजक माहौल पैदा किया। इन्हें आरएएफ की मदद से पानी की बौछार कर आंसू गैस छोड़कर व हल्का बल प्रयोग कर नियंत्रित किया गया।
इस हमले में डीआईजी डॉ.प्रीतिंदर सिंह के अलावा एसपी सिटी अभिषेक, एसपी देहात अतुल शर्मा, शहर के तीनों सीओ, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस अमित, एसआई उमेश कुमार, सिपाही प्रमोद, निकुंज, निशांत उज्ज्वल, योगेश, आरएएफ कमांडेंट पीके कोलधर, भावेश चौधरी, कासिफ फहीम, अरविंद कुमार, हरबीर यादव, रामदुलारे, चरण सिंह, संदीप कुमार, जेडी अंसारी, नीरज धामा, अरुण वीर, रामकुमार, योगेश कुमार आदि जख्मी हो गए, जबकि यहां 60-70 लोग अपने दोपहिया छोड़कर चले गए, जिन्हें जब्त किया गया है।
दरोगा से लूट की कोशिश में लूट ले गए
कारतूस
दूसरा मुकदमा एसआई निजामुद्दीन ने दर्ज कराया है, वह एडीएम तिराहे पर थे, तभी नामजद पूर्व अध्यक्ष सलमान इम्तियाज, उपाध्यक्ष हमजा सूफियान, सचिव हुजैफा आमिर, उवैद उल्लाह आजमी, सज्जाद सुभान राथर, आमिर मिंटो, वकार नागा, फरहान जुबैरी, कामरान, तौकीर, अलाउद्दीन, शाकिब मामा, आमिर उलजैस, सिराज इरतिजा, मो.तालिब, हैदर, नईम अली, आरिफ त्यागी, आसिफ इदरीश, इमरान जलाली, ओसामा, शमीम बारी, जैद शेरवानी, सरजील उस्मानी, जाहिद, गुफरान के अलावा 1300 अज्ञात आरोपी हमलावर होकर आ गए। इस दौरान उसकी सर्विस पिस्टल लूटने की कोशिश की और 5 कारतूस लूट लिए।
The End
Note: -- Above post and photos are based on
news papers and various news items reportings available on net, of that black night day 15th
December 2019. Blogger has no any claim and is unprejudiced with all that
happened on that night of 15th December.
No comments:
Post a Comment